नई दिल्ली. यमुना का जलस्तर कुछ कम हुआ. अधिकतम 206.54 मीटर तक जाने के बाद उसमें गिरावट दर्ज हुई है. शाम 7 बजे 206.2 मीटर रहा. हालांकि, यह अभी भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से करीब एक मीटर ऊपर बह रहा है.
जलस्तर ज्यादा होने के कारण सरकार ने बाढ़ प्रभावितों से शिविर में ही रुकने की अपील की है. पूर्वानुमान है कि मंगलवार सुबह तक यमुना के जलस्तर में और गिरावट आएगी. बीते 24 घंटे से हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी में कमी के चलते गिरावट की शुरुआत हुई है. हथिनीकुंड बैराज से अब हर घंटे महज 40-45 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. अगर यही स्थिति बनी रही तो मंगलवार को यमुना के जलस्तर में और गिरावट दर्ज की जाएगी. हालांकि, जलस्तर 206 के ऊपर होने के कारण यमुना के घाटों पर निगरानी जारी है. कुल 60 टीमों को अलग-अलग यमुना के खादर व घाटों पर लगाया गया है. किसी को भी यमुना के खादर या घाट की तरफ जाने या रुकने नहीं दिया जा रहा है.