![](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2024/11/lalluram-add-Carve-ok.jpg)
नई दिल्ली. दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और सांसद मनोज तिवारी ने सोमवार को कालिंदी कुंज स्थित यमुना घाट का दौरा किया. उन्होंने कहा कि यमुना की सफाई के नाम पर आठ हजार करोड़ रुपये खर्च हुए, लेकिन उसके बावजूद सफाई नहीं हुई है.
![](https://lalluram.com/wp-content/uploads/2023/10/5-7.jpg)
प्रदेश अध्यक्ष सचदेवा ने कहा कि मुख्यमंत्री हर बार चुनाव से पहले यमुना में डुबकी लगाने की बात करते हैं, लेकिन आज हम यमुना के किनारे खड़े नहीं हो सकते हैं. यमुना का जल दूषित हो गया है. छठ पर्व आने वाला है. यमुना की बदहाल स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार को जवाब देना चाहिए कि आखिर इतना पैसा कहां पर खर्च किया गया है. दिल्ली की विकास मंत्री आतिशी छठ की तैयारियों को लेकर कई दिनों से बैठक कर रही हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत एकदम अलग है. कालिंदी कुंज में यमुना के ऊपर झाग की सफेद चादर बिछी हुई है. ऐसे में छठ पर्व कैसे मनाया जाएगा. इसके अतिरिक्त छठ पर्व मनाने के लिए सरकारी स्तर पर अन्य जगहों पर कोई इंतजाम नहीं किया गया है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 242 एमजीडी अनट्रिटेड सीवर मल सीधे तौर पर यमुना में गिर रहा है. ऊपर से अभी तक 110 किलोमीटर की सीवर लाइन सफाई का भी काम पूरा नहीं हुआ है. 1799 अनाधिकृत कॉलोनी में से 1052 में सीवर ही नहीं डाला गया है. यही कारण है कि नॉर्मल पानी की फैयकल कॉलीफॉर्म 2500 एमपीएन/100 एमएल होना चाहिए, जोकि यमुना के जल में फीकल कोलिफार्म 200000 एमपीएन/100 एमएल हो गया है.