नई दिल्ली . दिल्ली में यमुना के जलस्तर में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है. बुधवार को तीन दिन बाद खतरे के निशान से नीचे आया जलस्तर कुछ घंटों बाद फिर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया. रात आठ बजे जलस्तर 205.50 मीटर तक पहुंच गया. उधर, दिल्ली में हुई बारिश ने भी दिक्कतें बढ़ाई. राहत शिविरों में पानी घुस गया तो सड़कों पर जलभराव और जाम से लोग परेशान रहे.

जलस्तर बढ़ने व बारिश के बाद बाढ़ एवं सिंचाई नियंत्रण विभाग ने राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को यमुना के खादर क्षेत्र में वापस नहीं जाने की अपील की है.

अभी बढ़ने की आशंका रात 8 बजे जलस्तर 205.50 मीटर तक पहुंच गया था. केंद्रीय जल आयोग का पूर्वानुमान है कि रात 10-11 के बीच यह 205.73 मीटर तक पहुंच जाएगा. लोगों से अपील की गई है कि वह अभी राहत शिविर में रुकें. राहत शिविरों में अभी 13 हजार लोग रह रहे हैं.

आज भी तेज बारिश के आसार

राजधानी के कुछ इलाकों में बुधवार सुबह तेज बारिश होने से उमस और गर्मी से राहत मिली है. दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री नीचे दर्ज किया गया. मौसम विभाग का अनुमान है गुरुवार को कुछ हिस्सों में मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है. इसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में मंगलवार मध्य रात्रि के बाद से ही घने बादल छाने लगे. तड़के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई.

राहत शिविरों में घुसा पानी

राजधानी में बुधवार को सुबह से कई जगहों पर बारिश हुई. जिसके बाद बाढ़ पीड़ितों की मुसीबत बढ़ गई. कुछ राहत शिविरों में अंदर तक पानी भर गया है. पीड़ितों के लिए लगाए गए गदे भी भीग गए.

इसके अलावा, कुछ बाढ़ प्रभावित इलाकों में कॉलोनी में अभी कीचड़ व मिट्टी की गाद मौजूद है. इसे साफ करने में परेशानी हो रही है. उधर, यमुना विहार इलाके से अभी तक कीचड़ पूरी तरह साफ नहीं हुआ है.