नई दिल्ली . यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है. प्रशासन की ओर से यमुना खादर में रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी कर इलाके को छोड़ने की मुनादी शुरू कर दी गई है.
बाढ़ नियंत्रण विभाग का अनुमान है कि यमुना का जलस्तर अभी अगले 10 घंटे तक बढ़ता रहेगा. नदी का जलस्तर सोमवार शाम पांच बजे तक खतरे के निशान 205.33 मीटर से बढ़कर 205.40 मीटर तक पहुंच गया है. तड़के तीन बजे तक यह जलस्तर 206.65 मीटर तक पहुंच जाएगा. दिल्ली में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश और हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी के चलते यमुना के जलस्तर में बीते 24 घंटे से बढ़ोतरी हो रही है. बीते 12 घंटे के अंदर जलस्तर में 2 मीटर से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. सोमवार सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 203.46 मीटर था जोकि शाम 6 बजे 205.48 मीटर तक पहुंच गया.
अधिकारियों की माने तो हथिनीकुंड बैराज से जिस तरह लगातार हर घंटे 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है, उससे लगता है कि अगले 10-12 घंटे तक यमुना का जलस्तर बढ़ता रहेगा. सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, मंगलवार तड़के तीन बजे जलस्तर अधिकतम 206.65 मीटर तक पहुंच जाएगा. बैराज से पानी छोड़े का सिलसिला जारी रहा तो यह स्तर और भी बढ़ सकता है. सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री आतिशी सोमवार को वोट क्लब पहुंचीं और बाढ़ से निपटने की तैयारियों का जायजा लिया.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यमुना में बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली सरकार तैयार है. फिलहाल विशेषज्ञों का कहना है कि बाढ़ की संभावना कम है, लेकिन हम स्थिति पर नजर बनाएं हुए हैं. यमुना का जलस्तर जैसे ही 206 मीटर पहुंचेगा तो आसपास बसे लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया जाएगा. ऐसे 41 हजार लोगों को चिह्नित किया गया है. दिल्ली सचिवालय में यमुना के बढ़ते केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय जल आयोग के विशेषज्ञों से हम संपर्क में हैं. उनका आकलन सटीक होता है. यमुना में मंगलवार सुबह तक जल स्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है. इसलिए हमने पूरी तैयार कर ली है.
41 हजार को निकाला जाएगा जलस्तर 206.65 मीटर तक पहुंचने की संभावना को देखते हुए यमुना के डूब क्षेत्र से लोगों को बाहर निकालने की कवायद शुरू हो गई है.