रायपुर- इंद्रमणि मिनरल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में इंकम टैक्स के छापे मामले में मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के भाई यशवंत अग्रवाल का नाम सामने आने के बाद परिजनों ने दावा किया है कि इंकम टैक्स की इनवेस्टिंगेशन टीम के छापे में कंपनी के संचालक सुनील अग्रवाल से कोई व्यावसायिक लेन-देन नहीं है. यशवंत अग्रवाल सुनील अग्रवाल की किसी भी कंपनी में डायरेक्टर नहीं है औऱ ना ही वह पार्टनर हैं.
दरअसल इंकम टैक्स के छापे के बाद से विभाग के आधिकारिक सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों में बताया गया कि इंद्रमणि मिनरल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के संचालक सुनील अग्रवाल के साथ यशवंत अग्रवाल की पार्टनरशिप थी और वह कंपनी के डायरेक्टर भी थे, लेकिन यशवंत के पारिवारिक जानकारों ने इसकी पुष्टि नहीं की है. परिजनों का दावा है कि जो तथ्य सामने आ रहे हैं, वह असत्य और भ्रामक हैं.
कहा ये भी गया है कि रामसागर पारा स्थित दफ्तर से किसी भी तरह के लेन-देन से संबंधित जानकारी इंकम टैक्स की ओर से नहीं ली गई औऱ ना ही छापा मारा गया. हालांकि इधर इंकम टैक्स के अधिकारी अब भी दलील दे रहे हैं कि सांभवी एनर्जी एंड कोल बेनेफिकेशन प्राइवेट लिमिटेड जो कि यशवंत अग्रवाल की थी, उसे सुनील अग्रवाल को बेच दिया गया था. लेकिन कार्रवाई के दौरान अब तक ऐसे कोई भी दस्तावेज बरामद नहीं हुए हैं, जिसमें ये तथ्य सामने आया हो. छापे की कार्रवाई में जुटे अधिकारियों का कहना है कि जांच में इन तथ्यों की ही पड़ताल की जा रही है.