नई दिल्ली. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-एम) के महासचिव सीताराम येचुरी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से इन्कार कर दिया है. वे उन चंद विपक्षी नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से समारोह में आमंत्रित किया गया है.

सीपीआई-एम के पोलित ब्यूरो की सदस्य बृंदा करात ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी राम मंदिर के उद्घाटन में शामिल नहीं होगी, क्योंकि धर्म का राजनीतिकरण करने के लिए किया जा रहा कार्यक्रम है.

राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से तमाम पार्टियों के प्रमुख नेताओं की तरह ही सीपीआई-एम के महासचिव सीताराम येचुरी को अगले वर्ष जनवरी में होने वाले कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया है. सीपीआई-एम की पोलित ब्यूरो की सदस्य करात ने कहा कि उनकी पार्टी धार्मिक भावनाओं का सम्मान करती है. लेकिन, भाजपा राजनीति के लिए धर्म का इस्तेमाल कर रही है, जो गलत है.

भाजपा ने कहा-वहीं आएंगे, जिनको राम बुलाएंगे… सीपीआई-एम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से दूर रहने के एलान पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने मंगलवार को कहा कि अयोध्या वे ही जाएंगे, जिन्हें राम बुलाएंगे. उन्होंने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट ने तो सभी को निमंत्रण भेजा है. लेकिन, पहुंच वही लोग पाएंगे, जिनको राम खुद बुलाएंगे.