सदन में शीतकालीन सत्र (Winter Session) की शुरुआत से ही अडानी (Adani ) और जॉर्ज सोरोस (George Soros) सहित कई मुद्दों पर हंगामे का दौर देखने को मिल रहा है। अब भाजपा ने सोरोस मुद्दे को लेकर संसद में प्रदर्शन शुरू किया है. केंद्रीय मंत्री और BJP सांसद गिरिराज सिंह ने संसद में सोनिया ( Sonia Gandhi) और सोरोस के पोस्टर लहराए और सवाल पूछा कि आखिर सोनिया गांधी का क्या संबंध है? एक पोस्टर में लिखा था, “सोरोस से तेरा रिश्ता क्या, सोनिया जवाब दें। दूसरे में लिखा था, “ये रिश्ता क्या कहलाता है”. गिरिराज सिंह ने पहले भी इस मुद्दे को उठाया है और कहा है कि जॉर्ज सोरोस कांग्रेस का एजेंडा निर्धारित करता है और इसके लिए धन भी मिलता है.
दूसरी ओर, विपक्ष ने संसद भवन के बाहर प्रदर्शन किया. वे अडानी मुद्दे पर थे और देश को नहीं बिकने देंगे जैसे नारे लगाए. सांसदों ने कहा कि सदन में अडानी मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन सरकार इससे बच रही है, जिससे जॉर्ज सोरोस जैसे अनावश्यक मुद्दे उठाए जा रहे हैं. कांग्रेस, टीएमसी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना के सांसदों ने भी प्रदर्शन में भाग लिया है. इस बीच, लोकसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है और स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि सांसदों को निजी हमलों से बचना चाहिए और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए.
विरोधी सांसदों ने नारे लगाए: “अडानी को आगे, पीछे, ऊपर और नीचे देखो”. बता दें कि शीत सत्र में जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर हंगामा चलता रहा है, और एक दिन भी सत्र नहीं हो सका. शुक्रवार से संविधान के मुद्दे पर चर्चा होनी है, इसलिए उम्मीद की जा रही है कि अब हंगामा थम जाएगा और बातचीत होगी. बुधवार को राहुल गांधी ने कहा कि हम हर मुद्दे पर बहस करने को तैयार हैं, लेकिन सरकार बचकर भाग रही है और हंगामा कराने में लगी है.
कौन हैं जॉर्ज सोरोस?
जैसा कि उनकी वेबसाइट पर बताया गया है, जॉर्ज सोरोस का जन्म 1930 में हंगरी के बुडापेस्ट में हुआ था. दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हंगरी में यहूदियों को मारा जा रहा था, तब उनके परिवार ने झूठी ID बनाकर जान बचाई थी. विश्व युद्ध खत्म होने के बाद हंगरी में कम्युनिस्ट सरकार बनी तो वह 1947 में बुडापेस्ट छोड़कर लंदन आ गए. यहां उन्होंने रेलवे कुली से लेकर एक क्लब में वेटर का काम किया और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाई की.
1956 में लंदन से अमेरिका आकर, उन्होंने फाइनेंस और निवेश की दुनिया में कदम रखा और अपनी किस्मत बदली. इसके बाद, 1973 में उन्होंने ‘सोरोस फंड मैनेजमेंट’ का उद्घाटन किया, जो उन्होंने दावा किया कि उनका निवेश अमेरिका का सबसे बड़ा और सफल इन्वेस्टर था. 1979 में, सोरोस ने अपनी संपत्ति से दान देना शुरू किया, उन्होंने Colorblind Black African students को पहली बार स्कॉलरशिप दी गई.
जॉर्ज सोरोस ने तीन बार शादी की है. 1960 में उन्होंने एनालिसे विश्चेक से शादी की, जो जर्मनी से आई थी और विश्व युद्ध के दौरान अनाथ हो गई थी. उनके तीन बच्चे हैं, लेकिन शादी बहुत देर नहीं चली और दोनों ने तलाक ले लिया. जॉर्ज सोरोस ने एनालिसे से तलाक के बाद 1983 में सुसेन वीबर से शादी की, उन्हें दो बच्चे हुए. 2005 में सुसेन और सोरोस का तलाक हो गया. 2008 में सोरोस ने जापानी-अमेरिकी तामिको बोल्टन से मुलाकात की, और दोनों ने अगस्त 2012 में शादी की.
छतीसगढ़ की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक
मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
दिल्ली की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
English में खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक