नई दिल्ली. राष्ट्रपति भवन का सेंट्रल हॉल सोमवार को उस वक्त तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा जब 126 वर्ष के स्वामी शिवानंद का नाम ‘पद्मश्री’ के लिए पुकारा गया. तालियां अभी बंद भी नहीं हुई थीं कि अचानक शिवानंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने आए और दंडवत होकर उनका अभिवादन किया. शिवानंद का यह भाव देखकर प्रधानमंत्री भी अपनी कुर्सी से उठे और उनके सम्मान में नतमस्तक हो गए. योग बाबा यहीं नहीं रुके, उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का भी ऐसे ही अभिवादन किया और कोविंद ने भी झुककर उन्हें हाथों से उठाया.
1896 में जन्मे शिवानंद बंगाल से काशी पहुंचे. गुरु से शिक्षा लेने के बाद योग और धर्म में बड़े प्रकांड पुरुष साबित हुए. गुरु ओंकारानंद के आदेश पर ही 34 वर्ष तक अमेरिका, सोवियत संघ, चेकोस्लोवाकिया, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में लोगों को योग के प्रति जागरूक किया. इस उम्र में भी तड़के तीन बजे उठते हैं, नियमित एक घंटा योग करते हैं. कभी दूध, चीनी-तेल से बनी कोई चीज नहीं खाते.
बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने ट्विटर पर स्वामी शिवानंद को पुरस्कार प्राप्त करते हुए एक वीडियो साझा किया. योग गुरु की तारीफ करते हुए उन्होंने लिखा, “ये 126 साल के हैं! और इतना अच्छा स्वास्थ्य। अनेक अनेक प्रणम स्वामी जी, इस वीडियो को देखकर मेरा दिल खुश हो गया.”
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