ललित सिंह ठाकुर, डोंगरगढ़। डोंगरगढ़ की प्रज्ञागिरी पहाड़ी के पास मौजूद एक फार्महाउस में संचालित हो रहे योगाश्रम की आड़ में अवैध रूप से गांजा बेचे जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए मौके पर दबिश दी और एक हाई-प्रोफाइल कथित योगगुरु को गांजा बेचते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं, जिन्हें सुनकर पुलिस अधिकारी भी हैरान रह गए।

योग का नाम, नशे का काम

कथित योगगुरु ने पुलिस को बताया कि उसका नाम कांती अग्रवाल पिता प्रहलाद अग्रवाल (उम्र 45 वर्ष) है और वह डोंगरगढ़ का स्थायी निवासी है। वह विगत 10 वर्षों से गोवा में एक योगाश्रम चला रहा था, जहां वह विदेशी पर्यटकों को योग और ध्यान की शिक्षा देता था। आरोपी ने दावा किया कि वह 100 से अधिक देशों की यात्रा कर चुका है और 10 से अधिक एनजीओ का स्वयंभू डायरेक्टर भी है। अब वह गोवा की तर्ज पर डोंगरगढ़ के प्रज्ञागिरी क्षेत्र में एक नया फार्महाउस योगाश्रम तैयार कर रहा था।

लंबे समय से पुलिस की नजर में था आश्रम

पुलिस के मुताबिक, फार्महाउस में चल रही संदिग्ध गतिविधियों की खबर उन्हें पहले से थी। आरोपी फार्महाउस की आड़ में न केवल नशे का कारोबार कर रहा था, बल्कि स्थानीय युवाओं और पर्यटकों को गांजा बेचकर उनका भविष्य खराब कर रहा था। इस फार्महाउस को योग और अध्यात्म का केंद्र दिखाकर नशे की अवैध बिक्री की जा रही थी, जो अब तक सफलतापूर्वक छुपी रही।

पुलिस की जांच जारी, एनजीओ और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर संदेह

गौरतलब है कि मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फार्महाउस से 1.993 किलोग्राम अवैध गांजा (कीमत लगभग ₹20,000) और आपत्तिजनक अनैतिक सामग्री भी बरामद की है। वहीं आरोपी को गिरफ्तार कर NDPS एक्ट की धारा 20(ख) के तहत मामला दर्ज किया गया और न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। पुलिस अब आरोपी के बताए गए एनजीओ नेटवर्क, विदेशी संपर्कों और उसकी विदेश यात्राओं की सघन जांच कर रही है। यह आशंका भी जताई जा रही है कि आरोपी के संबंध अंतरराज्यीय या अंतरराष्ट्रीय ड्रग सप्लाई नेटवर्क से हो सकते हैं। मामले में जांच के बाद आरोपी के खिलाफ विधिवत कार्रवाई की जाएगी।

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