लखनऊ. योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री बन गए हैं. उन्होंने गोविंद बल्लभ पंत का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. वे 8 वर्ष 132 दिन का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं. वहीं गोविंद बल्लभ पंत का रिकॉर्ड था 8 वर्ष 127 दिन (स्वतंत्रता से पूर्व सहित) का था. यूपी के इतिहास में सबसे लंबे समय तक सीएम रहने का कीर्तिमान अब योगी के नाम हो गया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस उपलब्धि के साथ न सिर्फ शासन में निरंतरता, बल्कि सुशासन, कानून व्यवस्था, विकास और जनकल्याण को भी नई दिशा दी है. यह कीर्तिमान उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनकी मजबूत पकड़ और लोकप्रियता को दर्शाता है.
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सीएम योगी ने अपने दो कार्यकाल (अभी लगभग दो साल बाकी) के जरिए आठ साल लगातार मुख्यमंत्री बनने की नई मिसाल कायम की, जबकि उनके पूर्ववर्ती एनडी तिवारी, चंद्र भानु गुप्त को चार -चार बार मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला लेकिन वह एक बार भी अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा न कर सके. हालांकि इसके पीछे सियासी उठपटक वजह थी. केवल मायावती और अखिलेश यादव को पांच साल लगातार मुख्यमंत्री रहने का मौका मिला.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में पंडित गोविंद वल्लभ पंत का नाम सबसे पहले आता है. संविधान लागू होने से पहले वह दो बार इस राज्य के प्रीमियर (उस समय मुख्यमंत्री की जगह उपयोग किए जाने वाला शब्द) रहे. राज्य के पहले प्रीमियर सर नवाब मुहम्मद अहमद सईद खां (नवाब छतारी) रहे. गोविंद वल्लभ पंत 26 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने. यह सिलसिला 27 दिसंबर 1954 तक चला. प्रीमियर के तौर पर उन्होंने 17 जुलाई 1937 से 2 नवंबर 1939 तक राज्य का कार्यभार संभाला. इसके बाद वह इस भूमिका में एक अप्रैल 1946 से 25 जनवरी 1950 तक रहे.
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