रायपुर. योगी आदित्यनाथ सोमवार को रायपुर आ रहे हैं. और अगर सोमवार राजधानी भगवा रंग में रंगी दिखे तो हैरान मत होइएगा. क्योंकि योगी आदित्यनाथ सिर्फ भगवा वस्त्र ही नहीं पहनते. उनके दिल दिमाग पर भी भगवा रंग छाया रहता है. और इसका सबूत कई बार मिला है.

शुरुवात करते हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सचिवालय से. कभी नीले और सफेद रंग का सचिवालय अब केसरिया रंग में रंगा जा रहा है. जल्द ही मुख्यमंत्री सचिवालय की दीवारें भगवा रंग में रंगी होगी. एक नज़र ज़रा उत्तर प्रदेश के सूचना विभाग वेबसाइट पर डालियेगा. इसमें इस्तेमाल किये गए फॉन्ट का रंग भी भगवा है. योगी आदित्यनाथ का ट्विटर एकाउंट देखिए. केशरिया छटा बिखरी दिखेगी. बच्चों को बांटें गए स्कूल बैग से लेकर, कचरा उठाने वाली गाड़ियां और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बसें भी भगवा हैं. जिसे हाल ही में खुद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था.

पिछले दिनों सरकार के 100 दिन पूरे होने पर जब मुख्यमंत्री आदित्यनाथ बनारस गए थे. तब सर्किट हाउस के तकिए, चादर भी भगवा रंग के बिछाए गए थे. आदित्यनाथ की मर्सिडीज का इंटीरियर भगवा. मुख्यमंत्री कार्यालय के खिड़की के पर्दे भगवे. यहां तक कि जब मुख्यमंत्री शहीद जवान प्रेमसागर के घर पहुंचे थे. तो वहां भी अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के पसंद का खयाल रखते हुए. टेबल क्लॉथ भी भगवा लगाया था.

तो अब तो आप समझ ही गए होंगे, की आदित्यनाथ को भगवा रंग पसंद ही नहीं, दीवानगी की हद तक पसंद है.

 वैसे रंगों की बात चली है तो एक और जानकारी दिए देते हैं. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पगड़ी भी हमेशा नीली होती है. जानते हैं क्यों ? पता कीजिये, अगर जवाब ना मिले,तो अगले लेख का इंतज़ार कीजिये, जवाब हम देंगे…