गोरखपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की सभी संस्थाओं की वार्षिक समीक्षा बैठक हुई। बैठक में आगामी शैक्षणिक सत्र की भावी कार्ययोजना पर चर्चा हुई। इस दौरान योगी ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अंगीकार करने में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाओं ने अग्रणी भूमिका निभाई है। अब जरूरत है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को पूरी तरह से अपनाएं और बाकि अन्य शिक्षण संस्थानों के लिए रोल मॉडल बने।

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परिसर में अनुशासन की भावना बनाए रखें

सीएम योगी ने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद केवल स्कूल और महाविद्यालय खोलने वाली नहीं है। बल्कि इसका ध्येय शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य सेवाओं के माध्यम से समाज तथा राष्ट्र के सामाजिक विकास में योगदान देना है। परिसर में स्वच्छता, हरियाली के साथ अनुशासन की भावना बनाए रखें। एक दूसरे के प्रति सद्भाव और सबका सम्मान करें। सभी संस्थाध्यक्षों की यह जिम्मेदारी है कि वो इसका नियमित पर्यवेक्षण करें। इस दौरान योगी ने अध्ययन और अध्यापन में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने की बात कही।

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शिक्षण संस्थानों के उपलब्धियों की जानकारी ली

सीएम योगी ने इस दौरान बारी-बारी से सभी संस्थाओं के प्रमुखों से उनकी सालभर की गतिविधियों के बारे में जाना और उत्कृष्ट कार्य करने वाले संस्था को सराहा। योगी ने शिक्षण संस्थानों के उपलब्धियों की जानकारी भी ली और आगामी सत्र में कैसे शिक्षा को सरल सहज और प्रभावी बनाया इस पर चर्चा की। योगी ने सभी संस्थाओं को भावी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शुभकामनाएं दी। योगी ने प्रसन्नता जताई कि परिषद की संस्थाओं ने भिन्न-भिन्न प्रकार के आयामों से जुड़कर स्वावलंबन , व्यावसायिक प्रशिक्षण, चिकित्सा और शिक्षा के क्षेत्र में सरहानीय कार्य किया।