लखनऊ. हलाल प्रमाणित उत्पादों की बिक्री और आपूर्ति मामले पर योगी सरकार सख्त कदम उठा रही है. इसी क्रम में अब हलाल प्रकरण की जांच पुलिस के साथ ही स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) भी करेगी. विभिन्न राज्यों में हलाल प्रमाणित उत्पादों की आपूर्ति के साथ-साथ प्रतिबंधित आतंकी संगठन पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया), सिमी (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) व वहादत-ए-इस्लामी तथा अन्य कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों को टेरर फंडिंग की जांच के लिए एसटीएफ को लगाया गया है.

बता दें कि प्रदेश में हलाल प्रमाणित उत्पादों की बिक्री को लेकर भाजपा के युवा मोर्चा के पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष शैलेंद्र कुमार शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने हजरतगंज कोतवाली में 17 नवंबर सायं 6 बजकर 21 मिनट पर एफआईआर दर्ज की थी.

वहीं, पुलिस और एसटीएफ की जांच के आधार पर टेरर फंडिंग और प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठनों के साथ कंपनियों के संबंधों की आगे की जांच के लिए सरकार आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) को भी लगा सकती है. बीते कुछ समय से उत्तर प्रदेश में लगातार आतंकियों की हो रही गिरफ्तारी और उन्हें की जा रही टेरर फंडिंग की जांच एटीएस की टीमें पहले से ही कर रही हैं.

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गौरतलब है कि एसटीएफ जांच की शुरुआत उक्त कंपनियों, डिस्ट्रीब्यूटरों और उत्पाद विक्रेताओं के बैंक खातों से करेगी. सूत्रों का कहना है कि बैंक खातों की जांच के बाद ही तमाम सच्चाई सामने आ जाएगी. साथ ही कंपनियों द्वारा विदेशों में उत्पादों की आपूर्ति के बदले धनराशि किस माध्यम से ली जाती थी, इसकी भी जांच एसटीएफ की टीम करेगी.