वैदिक ज्योतिष में राहु ग्रह को विशेष स्थान प्राप्त है. राहु ग्रह अगर कुंडली में अशुभ हो तो व्यक्ति को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. राहु ग्रह को वैदिक ज्योतिष में कठोर वाणी, जुआ, यात्राएं, चोरी, दुष्ट कर्म, त्वचा के रोग का कारक माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र अनुसार राहु ग्रह खराब होने पर ससुराल पक्ष से संबंध बिगड़ने लगते हैं.

राहु कमजोर है कुण्डली में तो ये परेशानियां आती है…

ज्योतिष शास्त्र अनुसार जन्मकुंडली में राहु ग्रह अशुभ स्थिति होने से व्यक्ति को शारीरिक समस्याएं भी हो सकती हैं. पीड़ित राहु व्यक्ति के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. इसके कारण हिचकी, पागलपन, आंतों की समस्या, अल्सर, गैस्ट्रिक आदि समस्याएं हो सकती हैं. Read More – SIP Calculator News : कैसे काम करता है Mutual Fund SIP कैलकुलेटर, जान लीजिए फॉर्मूले की डीटेल …

राहु खराब होने के लक्षण

ज्योतिष शास्त्र अनुसार राहु ग्रह खराब होने पर ससुराल पक्ष से संबंध बिगड़ने लगते हैं. साथ ही याददाश्त कम होने लगती है, गुप्त शत्रुओं में वृद्धि होगी. व्यक्ति को गुस्से पर नियंत्रण नहीं रहता है, मानसिक तनाव भी बढ़ने लगता है. अज्ञात भय की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. साथ ही आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. Read More – Live Concert में Sonu Nigam के साथ हुई हाथापाई, MLA के बेटे के खिलाफ केस दर्ज, सिंगर ने खुद बताया पूरा वाकया …

राहु के उपाय

  • राहु को मजबूत करने के लिए ये कुछ उपाय किये जा सकते हैं.
  • राहु ग्रह के बीज मन्त्र: ओम भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम: का 108 बार रोजाना जाप करना चाहिए.
  • व्यक्ति को हनुमान जी या सरस्वती माता की पूजा करनी चाहिए.
  • जन्मकुंडली का विश्लेषण कराकर गोमेद धारण करना चाहिए.
  • व्यक्ति को तिल और जौ किसी हनुमान मंदिर में दान करने चाहिए.
  • प्रतिदिन सुबह के समय चंदन का टीका लगाएं.