बदलते वक्त के साथ जमाना हाई टेक हो रहा है. लोग ऑफिस जाने की बजाए घर से काम करना पसंद कर रहे हैं. अगर रेगुलर जॉब में घर से काम नहीं मिलने की संभावना नहीं होती तो फ्रीलांस काम की ओर स्विच कर रहे हैं. फ्रीलांस काम में, काम करने के घंटे यानि की शिफ्ट अपने आप तय करते हैं. फ्रीलांस काम में पैसा भी अब ठीक मिलने लगा है. जानिए इस पर एक्सपर्ट की क्या राय है. इससे पहले यह भी जान लीजिए फ्रीलांस होता क्या है? एक ऐसा व्यक्ति होता है, जो स्वतंत्र रूप से किसी भी कंपनी या व्यक्ति के लिए काम करता है या फिर अपनी ओर से निर्धारित मुद्दों पर काम करता है.

पब्लिक रिलेशन मैनेजर

पब्लिक रिलेशन मैनेजर कंपनियों की इफेक्टिव पीआर स्ट्रेटजी तैयार करते हैं, जो ऑर्गनाइजेशन की पॉजिटिव इमेज को प्रमोट करते हैं. इसमें सोशल मीडिया सहित तमाम चैनल्स के जरिए पब्लिक कम्युनिकेशन को ठीक करते हैं. पीआर मैनेजर के तौर पर फ्रीलांस वर्क करके दो लाख से 1 लाख तक कमा सकते हैं. यह अनुभव और स्किल पर निर्भर है.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोफेशन

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेजी से उभरता फील्ड है. यहां तरह-तरह की जॉब जेनरेट हो रही हैं. फ्रीलांस मशीन लर्निंग इंजीनियर प्रति घंटे 25 से 50 डॉलर आसानी से कमा सकता है. यहां भी सारा खेल स्किल और एक्सपीरियंस का है. कंप्यूटर और इन्फॉर्मेशन रिसर्च साइंटिस्ट्स का कहना है कि इस सेक्टर में 21 फीसदी के ग्रोथ का अनुमान है.

कॉपी राइटर

फ्रीलांस वर्क करने वालों के बीच कॉपी राइटर कॉमन ऑप्शन है. एक फ्रीलांस कॉपी राइटर न्यूजलेटर, एडवर्टाइज कॉपी, ईमेल, ईबुक, लेख सहित विभिन्न प्रकार के कंटेंट लिख सकता है. स्ट्रांग कम्युनिकेशन स्किल हो तो कोई भी व्यक्ति बतौर कॉपी राइटर से पैसे कमा सकता है. साथ में अंग्रेजी भाषा पर अच्छी पकड़ हो तो और ज्यादा मौके मिलते हैं. अमेरिका के लेबर स्टैटिक्स ब्यूरो के अनुसार इस फील्ड में 2031 तक चार फीसदी तक नौकरियां बढ़ने की संभावना हैं. ग्लासडोर के अनुसार भारत में कॉपी राइटर हर महीने करीब डेढ़ लाख तक कमा सकते हैं.