गोविन्द पटेल, कुशीनगर. दहेज नहीं दे पाने पर लड़कियों की शादी टूटने की बातें आए दिन सुनने को मिलती हैं. ऐसे माहौल में एक युवक ने अनोखी मिसाल पेश की है. बिहार देवीपुर निवासी बैंक मे कैसियर पर पर तैनात युवक शादी में 11 पौधे लेकर और संविधान को साक्षी मानकर एक युवती से शादी कर अन्य लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बन गए. यह शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है.

बिहार के देवीपुर निवासी फेकू चौधरी का पुत्र प्रदीप एक बैंक मै कैसियर पद पर तैनात है. प्रदीप की शादी के लिए अच्छे दान दहेज देने वाले लोग आए, लेकिन उसने इंकार कर दिया. बीते दिनों प्रदीप ने विशुनपुरा ब्लाक के सूरजनगर बाजार के एक मैटेरियल व्यावसायी सुरेंद्र चौधरी की पुत्री जानकी से अपनी शादी में दहेज के रुप मे पीपल, नीम सहित अन्य प्रजाति के 11 पौधों पर तय की. रविवार रात को प्रदीप की शादी देश के संविधान पुस्तक और डाॅ. भीमराव अम्बेडकर चित्र को साक्षी मानकर जानकी से संपन्न हुई और दहेज में उन्हें ससुरालीजनों ने पीपल, नीम, आम, बरगद, आशोक, क्रिसमस सहित 11 प्रजाति के पौधों को दिया.

इसे भी पढ़ें – लोकसभा चुनाव : मेरठ में BJP प्रत्याशी अरुण गोविल का भारी विरोध, क्या ‘रामायण के राम’ खिला पाएंगे कमल?

प्रदीप ने बताया कि आज दहेज के चलते तमाम लोग गर्भ में ही कन्या भ्रूण की हत्या कर देते हैं. अगर दहेज के दानव को समाप्त कर दिया जाए तो यह सामाजिक बुराई अपने आप समाप्त हो जाएगी. उन्होंने बताया कि मैंने ससुराल पक्ष से पीपल और नीम सहित 11 पौधे देने की बात कही थी. पीपल और नीम के वृक्ष ऐसा है जो सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं और वातावरण को शुद्ध करते हैं. अगर हमारा वातावरण शुद्ध होगा तो हम आने वाली पीढ़ी के लिए शुद्ध वातावरण देकर स्वस्थ समाज की स्थापना करने में सक्षम होंगे.

दहेज प्रथा को समाप्त करने के लिए करेंगे प्रोत्साहित

उन्होंने कहा कि वे प्रतिवर्ष शादी की सालगिरह पर चाहे जहां रहेंगे पीपल और नीम के पौधे रोपकर अपने मित्रों और सहयोगियों से भी दहेज प्रथा को समाप्त करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे. शादी कार्यक्रम मे भव्य जागरण कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ जो आकर्षक रहा. इस दौरान दुल्हन के पिता सुरेंद्र चौधरी, दूल्हे के पिता फेकू, मारकंडेय, सुन्नद, रविंद्र शर्मा, रमायन, अभिनाष, भोला, बैजनाथ, मनोज, दीनानाथ आदि उपस्थित रहे.

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक