कानपुर. पुलिस हिरासत में राजेंद्र कठेरिया की मौत के मामले में बिधनू पुलिस का बड़ा खेल सामने आया है. मृतक की जो तहरीर पुलिस के खिलाफ थी, उस पर केस नहीं दर्ज किया. पुलिस ने अपनी गर्दन बचाने के लिए तहरीर बदलवाई और हत्या का केस मृतक के भाई पर ही दर्ज कर लिया. जिन पुलिसकर्मियों पर मारपीट कर हत्या कराने का आरोप परिजनों ने लगाया है, उनको बचाने के लिए अब जिले के अफसर जुट गए हैं. पुलिस के इस खेल के विरोध में दर्जनों लोगों ने सोमवार को थाने का घेराव भी किया.

परिजनों के मुताबिक राजेंद्र का अपने भाई बबलू से रात को विवाद हुआ था. रात करीब 11 बजे पुलिसकर्मी वहां पहुंचे थे. पहले वहां पर राजेंद्र को पीटा और फिर थाने ले आए थे. कुछ देर बाद राजेंद्र की तबीयत बिगड़ी और फिर मौत हो गई. राजेंद्र के बेटे रजत ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ तहरीर दी. पुलिस ने इस तहरीर पर केस दर्ज नहीं किया. इसके बाद में एक तहरीर बबलू पर हत्या का आरोप लगाकर लिखाई गई. इस पर राजेंद्र की पत्नी सुनीता का अंगूठा लगवा लिया गया. इस तहरीर पर केस दर्ज कर लिया.

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राजेंद्र की पत्नी सुनीता ने कहा कि पुलिस वालों ने उनके पति की हत्या की है. उनके बेटे ने तहरीर भी दी लेकिन उस पर एफआईआर दर्ज नहीं की. बाद में पुलिस वालों ने खुद एक तहरीर लिखी. उस पर उनका अंगूठा लगवा लिया. सुनीता का कहना है कि वह रोते-रोते बेहोश हो गई थी, तब पुलिस ने अंगूठा लगवाया.