अगर आप ट्विटर के एक्टिर यूजर हैं और पिछले कुछ दिनों ने फ्री वाला ब्लू टिक छिनने की बात से परेशान हैं तो चैन की सांस लीजिए, क्योंकि आपका फ्री वाला ब्लू टिक कहीं नहीं जा रहा. जी हां आप सही सुन रहे हैं. ट्विटर आपका फ्री वाला ब्लू टिक नहीं हटाएगा, क्योंकि इसके पीछे एक बड़ा कारण है.

दरअसल, ट्विटर ने पिछले महीने मार्च में यह ऐलान किया था कि कंपनी एक अप्रैल से सभी के अकाउंट से लीगेसी चेकमार्क यानी फ्री वाले ब्लू टिक हटा देगी और इसके लिए यूजर्स को ट्विटर ब्लू का सब्सक्रिप्शन लेना होगा, लेकिन आज 4 अप्रैल हो गई है, बावजूद इसके आपके अकाउंट में फ्री वाला ब्लू टिक ज्यों का त्यों बना हुआ है. अब आप शायद समझ गए होंगे.

काफी मुश्किल है बड़े स्केल पर ब्लू बैज हटाना

द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार, ब्लू टिक को हटाने की कई तकनीकी चुनौतियां हैं और वर्तमान में इसे करने का एकमात्र तरीका मैन्युअल ही है. रिपोर्ट के मानें तो पूर्व कर्मचारियों के अनुसार, “वेरिफाइड बैज को हटाना एक बड़े पैमाने पर मैन्युअल प्रोसेस है जो किसी एक सिस्टम को तोड़ने जैसा है. ये एक बड़े इंटरनल डेटाबेस – एक्सेल स्प्रेडशीट के जैसा होता है. जिसमें वेरिफिकेशन डेटा स्टोर किया जाता है. पहले बल्क स्केल पर बैज हटाने का कोई तरीका नहीं था. ये ठीक ऐसा है जैसे स्पैम वाले अकाउंट को चुनना हो. उदाहरण के लिए, पहले भी कर्मचारी एक-एक करके चेक मार्क करके इन अकाउंट को हटाते थे.”

वेरिफिकेशन सिस्टम में बदलाव करने पर ये होगा

एक रिपोर्ट के मुताबिक, यदि ट्विटर वेरिफिकेशन सिस्टम में कोई बदलाव करके सारे लिगेसी चेकमार्क को एक साथ हटाता भी है तो प्लेटफार्म में परेशानियां आ सकती हैं. वेरिफिकेशन सिस्टम में बदलाव करने से रेकमेंड होने वाले ट्वीट का एल्गोरिदम, स्पैम फिलटर और हेल्थ सेंटर आदि कई चीजों में परेशानी आ सकती है और वेबसाइट डाउन हो सकती है.

क्यों उठा रहे ये कदम

मस्क चाहते हैं कि लोग अपने वेरिफिकेशन बैज को बनाए रखने के लिए ट्विटर ब्लू की सदस्यता लें, जिसे प्रामाणिकता और विश्वसनीयता के चिह्न के रूप में देखा जाता है. हालांकि, अब कोई भी ट्विटर यूजर्स ब्लू टिक पाने के लिए भुगतान कर सकता है.