रायपुर.  न्यू स्वागत विहार (New Swagat Vihar) के पीड़ितों के लिये अच्छी खबर है. खबर ये है कि विकास एवं आवंटन प्रक्रिया की योजना तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.  नोडल एजेंसी RDA ने प्रभावित भूखंडधारियों से 14 नवंबर तक दावा-आपत्ति मंगाई है. प्रक्रियाएं पूरी होने और अनुशंसा के आधार पर सरकार प्रभावितों के संबंध में निर्णय लेगी.  न्यू स्वागत विहार डूंडा, सेजबहार व बोरियाकला टाउनशिप काफी चर्चा और विवादों में रही. जमीन को लेकर विवाद शुरू होते ही सैकड़ों की संख्या में भूखंडधारी फंस गए. ज्यादातर ने लोन लेकर जमीन खरीदी है. प्रभावितों में कई अफसर और बड़े व्यवसायी भी हैं. जमीन दिलाने प्रभावितों ने हर उस दफ्तर में चक्कर लगाया, जहां से उन्हें उम्मीदें थी. आखिरकार सरकार ने इस पूरे मामले को निपटाने का जिम्मा RDA को सौंपा. ALSO READ: (मौत के पहले हंसी का लाइव वीडियोः जहर खाने के पहले तीन नाबालिग लड़कियों ने बनाया अंतिम Video)

 क्या होगा नोडल एजेंसी का काम

पहला नोडल एजेंसी कॉलोनाइजर, भूखंड स्वामी के बीच समन्वय स्थापित करते हुए समस्त प्रभावितों की एकजाई सूची तैयार करेगा. दूसरा आपसी समन्वय से विक्रय नहीं की गई भूमि पर भूखंडों का आवंटन करने हेतु मानचित्र तैयार करेगा. तीसरा नोडल एजेंसी द्वारा जिन्हें भूखंड का आवंटन हो रहा है तथा जिन्हें भूखंड आवंटन नहीं हो रहा है, उनकी पृथक-पृथक सूची बना कर शासन के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा. चौथा बिन्दु में प्रकरण में शासकीय भूमि का आधिपत्य राजस्व विभाग के पक्ष में कलेक्टर रायपुर को सौंपेगा. समन्वय के आधार पर कॉलोनॉइजर की स्वामित्व की रिक्त भूमि में जो विक्रय नहीं की गई है पर भूखंडधारियों को व्यवस्थापित करेगा तथा समस्त विक्रेताओं की सूची तैयार कर उन्हें वर्तमान में विकसित लेआऊट पर आपसी समझौते के आधार पर चिन्हांकित कर प्रस्ताव तैयार करेगा. वहीं नोडल एजेंसी एवं सक्षम प्राधिकारी न्यू स्वागत विहार कॉलोनी के समस्त प्रभावित भूखंडधारियों को तैयार प्रस्ताव के आधार पर लेआउट में संशोधन एवं नियमितीकरण के संबंध में विधि अनुसार संयुक्त रूप से सुनवाई करेगा.