पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद. मृत दिव्यांग गोकुल की पत्नी को परिवार सहायता योजना 20 हजार रुपए का चेक व पेंशन की मंजूरी पंचायत विभाग ने दिया. पिता बोले प्रशासनिक लापरवाही से मौत हुई है. शासन से मुवावजा नहीं मिलते तक चुप नहीं बैठूंगा. कांग्रेस को भी मिला सियाशी दांव खेलने का मौका तो यूथ के जिला उपाध्यक्ष पीड़ित परिवार के घर पहुंच गया. मुआवजा नहीं मिलते तक आंदोलन करने का किया ऐलान.

विगत 17 जुलाई को गरियाबंद में जिला स्तरीय दिव्यांग शिविर के आयोजन के दरम्यान कडलीमुडा निवासी दिव्यांग गोकुल की मौत हो गई थी. मौत के लिये पिता चक्रधर पात्र ने प्रशासनिक कूव्यवस्था को दोषी ठहराया था. जिसके बाद मामला राजनीतिक रंग ले लिया. कांग्रेस ने मुआवजे की मांग को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौपने के अलावा सड़क की लड़ाई लड़ने का एलान कर दिया था. सप्ताह भर पहले यूथ कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष संजय नेताम ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार कर लिया था. कांग्रेस के तेवर देखते हुए बुधवार को प्रसाशन ने आनन-फानन में मदद देने की प्रक्रिया शुरू कर दिया. पँचायत विभाग ने बुधवार को गोकुल की बेवा बनिता को देवभोग जनपद बुलाकर राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के तहत 20 हजार का चेक देकर मामले को शान्त करने की कोशिश किया.

थाना प्रभारी सीईओ प्रदीप शर्मा ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश पर इस परिवार को यह राशि देने के अलावा बेवा के नाम पेंशन प्रकरण स्वीकृत किया गया है. मवेशी सेड एवं अन्य योजना का लाभ देने भी प्रकरण बनाया जा रहा है. चेक लेने के बाद तुरंत ही पीड़ित बेवा व उसके ससुर ने कहा कि मुआवजे की मांग नहीं मानी गई तो मिली सभी सरकारी सहायता को वापस कर परिवार अनशन पर बैठेगा.

राशि मिलने के बाद पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे कांग्रेसी नेता संजय नेताम ने कहा कि परिवार सन्तुष्ट नहीं है. संजय ने सवाल उठाया है कि प्रशासन ने पहले तो गोकुल की मौत को हादसा मानने से इंकार कर दिया था. सहायता राशि देकर हादसे की अब पुष्टि कर दिया है, तो जवाबदार भी तय कर पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए. संजय ने कहा कि उस वक़्त मृतक का पीएम क्यों नहीं कराया गया. पीड़ित को न्याय नहीं मिलते तक आंदोलन जारी रखेंगे.

पिता चक्रधर ने बताया कि दिव्यांग सर्टिफिकेट के लिये पँचायत के लोग गरियबन्द में आयोजित शिविर में ले गए थे. भीड़ के अनुरूप व्यवस्था नहीं की गई थी.भारी भीड़ में हुए धक्के मुक्के से बेटे की तबियत बिगड़ गई,शाम को अचानक बेहोश हो गया. जिला अस्पताल में रात को मौत घोषित किया गया. पिता ने कहा कि आग्रह के बावजूद पीएम किये बिना बॉडी को वापस कर दिया गया.