सारंगढ़। रायगढ़ जिले के सारंगढ़ क्षेत्र के गुढ़यारी में जंगली मादा हाथी ने आतंक मचा दिया. इससे गांव में भगदड़ मच गई. हाथी के हमले से एक ग्रामीण की मौत हो गई. हाथी ने शव को बुरी तरह कुचल कर क्षत विक्षत कर दिया.

जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह एक मादा हाथी अपने बच्चे के साथ भटकते हुए नदी किनारे बसे ग्राम गुढ़यारी पहुंचे. यहां गुस्साएं मादा हाथी ने ताड़ंव मचा दिया. मनोहर पटेल पिता रामेश्वर पटेल (21 वर्ष) निवासी गुढ़यारी हाथी देखने गया था. इस दौरान मादा हाथी अचानक हमला कर दिया. इसकी चपेट में रामेश्वर पटेल आ गया. युवक को बुरी तरह पटक दिया. जिससे उसकी मौत हो गई. आक्रोशित हथिनी इतने में ही शांत नहीं हुआ, और शव को क्षत विक्षत कर दिया.

रायगढ़ डीएफओ प्रणय मिश्रा ने इस घटना की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि शनिवार देर रात जांजगीर जिले से एक मादा हाथी और एक शावक ने रायगढ़ वन परिक्षेत्र में प्रवेश किया है. सूचना के अनुसार आस-पास के गांव में मुनादी की गई थी. वहीं हाथी देखने पहुंचे गुढ़यारी निवासी एक युवक सेल्फी ले रहा था. इसी दौरान उस पर हमला हो गया. हमले में युवक की मौत हो गई है. उक्त मामले में 25 हजार सहायता राशि प्रदान की गई है. ग्रामीणों की भीड़ की वजह से मादा हाथी और शावक बिछड़ गए हैं. जिन्हें एक साथ मिलने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं हाथियों के दल की निगरानी की जा रही है.

हाथी के पास नहीं जाने की अपील

डीएफओ ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि जिस क्षेत्र में हाथी विचरण कर रहे हैं उस क्षेत्र में न जाएं और प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें.

इधर, दलाल, साल्हे, छिन्द, चंदाई जैसे ही ग्रामीणों को पता चला कि गांव में मादा हाथी और हाथी का बच्चा आ गया है. उसे देखने ग्रामीणों की भीड़ उमड़ गई. ग्रामीण घर के छतों में चढ़कर हाथी देख रहे थे. वहीं हाथी अपने बच्चे के साथ गांव में आतंक मचाती रही और कुछ ग्रामीणों को हमला करने तेजी से दौड़ने लगी. वहीं कुछ किसानों की फसल को भी नुकसान पहुंचाने की सूचना है.

ग्रामीणों ने गांव में हाथी आने की सूचना थाना और वन विभाग की टीम को दिया. इस सूचना के बाद वन विभाग की टीम आनन-फानन में पहुंची और ग्रामीणों को अलर्ट कर सुरक्षित स्थानों पर रहने की हिदायत दी और आस-पास के गांवों को भी अलर्ट किया गया. फिर वन विभाग की टीम हाथी और उनके बच्चे को सुरक्षित रूप से गांव से बाहर किया. हाथी के गांव से बाहर जाने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली.