धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में 3 शातिरों ने मिलकर प्यार के कारण दोस्ती का खून बहा दिया. इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस भी हैरान रह गई. इस वारदात में 5 किरदार थे, जिसमें 3 लोगों ने मिलकर अपने ही दोस्त को मौत के घाट उतार दिया. इस पूरी कहानी में नाबालिग लड़की हत्या का कारण बनीं. एक ही लड़की के 2 लड़कों से अफेयर था. फिर इस अफेयर ने दोस्तों को ही आपस में जानी दुश्मन बना दिया. ये कहानी खूनी रूप धारण कर ली, जिसके खुलासे ने हर किसी को हैरान कर दिया.
दरअसल, ये पूरी वारदात 25 अप्रैल की है, जहां तीन दोस्तों ने मिलकर चौथे दोस्त की हत्या कर दी. मामले का खुलासा करते हुए DSP जीसी पति ने बताया कि शंकरदाह नहर में डूबे युवक की हत्या के मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें से 2 नाबालिग हैं.
त्रिकोणीय प्रेम संबंधों के कारण युवक की हत्या की गई थी. पूछताछ में पता चला कि नाबालिग लड़की के साथ आरोपी उमाशंकर नागे का तकरीबन 3 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था. इसी बीच पिछले 4 महीने में भावेश देवांगन का उसी लड़की से प्रेम प्रसंग हो गया. इसी वजह से कांकेर में दोनों दोस्तों का विवाद हुआ था. फिर उमाशंकर ने अपने 2 नाबालिग दोस्तों के साथ मिलकर भावेश की हत्या कर दी.
मृतक भावेश देवांगन की मृत्यु के संबंध में उसके पिता जितेंद्र देवांगन ने अपने पुत्र की हत्या की आशंका जाहिर की थी. घटना की परिस्थितियों के आधार पर मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी प्रशांत ठाकुर ने तत्काल जांच के लिए टीम गठित करने के लिए निर्देशित किया था, जिसके बाद जांच कर कार्रवाई की गई.
DSP जीसी पति ने बताया कि 23 अप्रैल को सुबह करीब 10ः30 बजे भावेश उमाशंकर नागे और अन्य दो नाबालिग लड़कों के साथ अपनी बाइक से घर कोदागांव से निकला था, जो वापस नहीं आया. मृतक के पिता ने कांकेर और आसपास रिश्तेदारों के यहां तलाश किया, लेकिन कहीं नहीं मिला.
इसके बाद मृतक के दोस्त जितेंद्र देवांगन, खिलेश्वर देवांगन, मोहित शार्दुल, फैजल खान, समीर अली ने बताया कि भावेश और उमाशंकर नागे के साथ एक युवती के साथ प्रेम प्रसंग को लेकर विवाद हुआ था.
उमाशंकर से फोन से संपर्क करने पर जगदलपुर में होना बताया, जबकि कांकेर में ही रात को देखा गया था. इससे संदेह गहराता गया. उमाशंकर नागे अपने दो अन्य नाबालिग मित्रों के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से घटना स्थल नाहर रुद्री केनाल के पास भावेश को शराब पिलाकर उसके कपड़े उतारकर नशे की हालत में रुद्री नहर के गहरे पानी में धकेल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.
इतना ही नहीं मृतक का मोबाइल और पहने कपड़े को नहर के बहते पानी में फेंक दिया. मृतक की बाइक को कोदागांव के जंगल में जला दिया गया. सभी तीनों संदेहियों ने भावेश की हत्या करने की बात कही. तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया.
DSP जीसी पति ने बताया कि शातिरों ने इस पूरी वारदात को नक्सली घटना बताने के लिए साजिश रची गई थी, लेकिन साजिश नाकाम हो गई. तीनों आरोपी पुलिस के चंगुल से बच नहीं पाए. इनकी साजिश नाकाम रही, अब तीनों आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं.