संभल. पुलिस कस्टडी में एक युवक की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आरोप है युवक को पुलिस ने युवक को टार्चर किया था. इरफान नाम के एक युवक को पैसे के किसी विवाद या किसी शिकायत पर पुलिस उसे घर से उठा लाई थी. परिजनों का आरोप है उसको टॉर्चर किया गया. जिसकी वजह से इरफान की मौत हो गई. परजिनों ने हंगामा किया तो पुलिस ने जवाब दिया कि दवा खाने के बाद इरफान का हार्ट अटैक आया, जिससे उसकी मौत हो गई. इधर एसपी ने भी टॉर्चर की बात को सिरे से खारिज कर दिया है.

मृतक की पत्नी के मुताबिक सोमवार को पांच पुलिसवाले घर आए और पैसे लेनदेन के मामले में इरफान को उठाकर ले गए. पुलिसवालों ने उसे दवा भी नहीं खाने दी. पत्नी के मुताबिक इरफान बीमार था. मुरादाबाद में उसकी नाक की हड्डी का इलाज हुआ था. 22 साल पहले दोनों की शादी हुई थी. जिसके बाद उनके 5 बच्चे हैं. अब सभी अनाथ हो गए हैं.

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पत्नी के मुताबिक इरफान की ताई का कुछ मामला था. इसी कड़ी में में घर का बड़ा मानकर इरफान के हाथों किसी चीज के पैसे दिलाए गए. बाद में ताई के बेटे ने बइमानी की. नतीजन घर में पुलिस आई और बोली कि तुमने ही पैसे दिलाए हैं अब तुम ही वापस कराओ. वहीं इरफान के बेटे ने बताया कि पुलिस वाले उसके पापा को जरबन पकड़कर ले गए.

आरोप निराधार है- एसपी

मामले को लेकर एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई का कहना है कि सोमवार सुबह करीब 11 बजे शफीक बेगम नाम की महिला ने प्रार्थना पत्र दिया. जिसमें उन्होंने बताया कि उसका बेटा अरमान उसके साथ मारपीट करता है. घर के हिस्से के 6 लाख रुपये इरफान के माध्यम से दे दिए गए थे. अब न वो पैसे वापस कर रहा है, न लौटा रहा है. महिला के आरोप के चलते जांच के लिए लेपर्ड को मौके पर भेजा गया. इरफान को रायसत्ती चौकी पर लाया गया, जिसके बाद इरफान ने बताया कि उसे दवा खानी है. पुलिस ने उसे दवा खाने दी. उसने फिर सीने में दर्द बताया तो उसको बेटे के साथ चौकी से अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. एसपी का कहना है कि शायद हार्ट अटैक की वजह से उसकी मौत हुई है. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. साथ ही पुलिस ने परिजनों के आरोपों को निराधार बतााय है.