रवि शुक्ला,मुंगेली– मुंगेली जिले में समाजहित में कार्य करने वाली ऊर्जा एवं जोश से लबरेज युवाओं की टोली स्टार्स ऑफ टुमॉरो वेलफेयर सोसायटी, अपने अनोखे प्रयासों से जिले का नाम रोशन कर रहें हैं. चाहे वो व्यापार मेला जैसा बड़ा आयोजन कर मुंगेली में व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देना हो, आगर बचाओ अभियान चला कर लोगों को नदियों की महत्ता को बताना हो, स्वच्छता अभियान के जरिये नगर को स्वच्छ बनाये रखने हेतु जागरूक करना हो या फिर हरियर मुंगेली-सुघ्घर मुंगेली अभियान चलाकर लोगों में पौधारोपण के प्रति जागरूकता लाना हो. ऐसे अनेकों काम यह संस्था विगत 8 वर्षोंं से करते आ रही है और इन्ही कामो की वजह से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सार्वजनिक मंच से इस संस्था की सराहना भी की है.

युवाओं की संस्था ने इस बार मुंगेली जिले के पथरिया विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गाँव पड़ियाइन को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का बीड़ा उठाया है.इस गांव में सात समुंदर पार से हजारों मील की यात्रा कर एशियाई देशों से दुर्लभ पक्षी एशियन ओपन बिल्ड स्ट्रोक हजारों की संख्या में हर साल पहुँचते हैं.भारत के पड़ोसी एशियाई देशों से उड़ान भरकर उनके आने का सिलसिला मानसून की शुरुआत से होता है और इनके गांव पहुंचते ही लोगों को मानसून के आने का एहसास हो जाता है. आमतौर पर जुलाई लगते ही ये पक्षी गांव के आसपास स्थित इमली, बरगद, पीपल व अन्य ऊंचे पेड़ों में अपना घोसला बनाने लगते हैं. घोसले में अंडा देने के बाद उसमें से निकले चूजे को सुरक्षित रखना शुरू कर देते हैं. अक्टूबर-नवंबर के मध्य ये पक्षी वापस लौट जाते हैं. यह सिलसिला पिछले 26-27 वर्षों से चलता आ रहा है.

स्टार्स ऑफ टुमॉरो वेलफेयर सोसायटी द्वारा इन्ही प्रवासी पक्षियों के संरक्षण एवं इस गांव को पर्यटन के दृष्टि से विकसित करने के उद्देश्य से “हरियर मुंगेली-सुघ्घर मुंगेली” अभियान के तहत यहाँ वृहद स्तर पर पौधारोपण अभियान चलाया गया,जिससे आने वाले समय में इन पक्षियों के सवंर्धन में सहायक हो. साथ ही और अधिक संख्या में पक्षी यहाँ आ सकें. इस अभियान के तहत संस्था द्वारा आम, नीम, पीपल, बरगद एवं अन्य पौधों सहित 165 फलदार एवं छायादार पौधे रोपित किये गए.
इस अवसर पर संस्था के सचिव विनोद यादव ने कहा कि ये पक्षियां हमारे ईको सिस्टम के लिये आवश्यक है, ये पक्षियां ही है जो वातावरण को स्वच्छ एवं सुंदर बनाती है, ये पक्षियां ही है जो फसलों के कीड़ों को खाकर किसानों की फसल की रक्षा करती हैं. साथ ही फलों के बीजों को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने में सहायक होती हैं. जिसकी वजह से आज भी जंगल कुछ हद तक आबाद है. प्रकृति के लिए इतना कुछ करने वाली पक्षियों के लिए हमारा भी दायित्व बनता है कि कुछ करें. इसके लिए हमें ज्यादा कुछ नही करना है बस सम्मिलित प्रयास की जरूरत है.

संस्था के संयोजक रामपाल सिंह ने पौधारोपण के बाद उपस्थित ग्रामवासियों को वृक्ष एवं पक्षियों के महत्व को बताते हुए इनके संरक्षण के लिए सभी को संकल्प दिलवाया, जिससे आने वाले समय में मुंगेली जिले का यह छोटा सा गांव पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सके. साथ ही सरकार का भी ध्यानाकर्षण इस गाँव को पक्षी पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने में हो सके.
इस अवसर पर मुंगेली डीएफओ, जनपद सीईओ पथरिया, आसपास के पक्षीप्रेमी, स्टार्स ऑफ टुमॉरो वेलफेयर सोसायटी की पूरी टीम, ग्राम के सरपंच, पंच सहित अधिक संख्या में ग्रामवासी उपस्थित रहे.

अच्छी फसल का संकेत मानते हैं ग्रामीण

साइबेरियन पक्षी व पड़ियाइन के ग्रामीणों के बीच अनोखा रिश्ता है. वर्षों से यहां के ग्रामीण साइबेरियन पक्षियों की रक्षा करते आ रहे हैं. यहां गांव में यह मान्यता भी है कि इन पक्षियों के आने से अच्छी बारिश होती है और फसल अच्छी होती है.