पुरुषोत्तम पात्र, ओडिशा. जिले की सीमा से महज 8 किलोमीटर दूरी पर रायघर के सोनपुर के जंगल में 15 सितम्बर को हिन्दू मरकाम (33 वर्ष) की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या की कोशिश की. मीडिया में जारी बयान के मुताबिक रायघर पुलिस ने वारदात के पीछे नक्सलियों का होना बताया जा रहा है. बताया गया कि गरियाबंद जिले के शोभा थाना क्षेत्र के भुतबेड़ा गांव में ये युवक रहता था. महीनेभर पहले छत्तीसगढ़ छोड़कर ये ओडिशा के कुमली गांव में रह रहा था.

हिन्दू मरकाम मूलतः रायघर के कुमली का रहने वाला था. 10 साल पहले वह भुतबेडा में रहने वाले अपने मामा के घर आकर रहने लगा युवक कार को किराए में देता था. साथ ही वीडियो शूटिंग का काम करता था. अपने बेबाकपन के कारण वह शुरु से चर्चित था.

2020 में भुतबेड़ा पंचायत का सरपंच चुनाव भी लड़ा था. पर हार गया. घटना के दिन वो रायघर कुमली से भुतबेड़ा आने के लिए निकला था. इसी बीच दोपहर 12 बजे के आसपास सूनसान इलाके में उसका रास्ता रोककर उसे गोली मार दी गई.

रायघर SDOP शुबेंदु सबर ने कहा कि ओड़िशा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक हिन्दू मरकाम की हत्या की कोशिश नक्सलियों करने की आशंका है. वह भुतबेड़ा में रहता था, पर दो महीने पहले गांव छोड़ चुका था. घटना के कुछ देर बाद वहां लोगों की भीड़ लग गई.

लोग मरा हुआ समझकर युवक का वीडियो भी बनाते रहे. लेकिन हिन्दू ने जैसे ही कराहते हुए करवट ली, तो फिर लोगों ने उसकी जान बचाने की कोशिश की. सबसे नजदीक में फायर ब्रिगेड मौजूद था, उसी से हिन्दू को रायघर अस्पताल पहुंचाया गया. फिलहाल जिला अस्पताल के बाद ओडिशा के एक बड़े अस्पताल रेफर किया गया है, जहां उसका इलाज जारी है.

नक्सलियों का करता था बेनकाब

दो महीने पहले युवक का घर जला दिया गया था. जिसके बाद उसने साहस दिखाकर सोशल मीडिया में नक्सलियों के खिलाफ लगातार 19 वीडियो अपलोड किया. वीडियो में वो नक्सलियों को बेनकाब करता था. उनके क्रियाकलाप को गलत ठहराता था. इसके अलावा पंचायत के सरपंचों को नकलसियों के झंडा गाड़ने वाला बताया था. वीडियो में उसने नक़्लसियों द्वारा जान से मारने के लिए ढूढंने की बात कही थी. ये भी कहता था कि उससे मौत की चिंता नहीं है, बल्कि वो नक्सलियों के ठिकाने ढूंढ रहा है. ताकि पुलिस को इसकी जानकारी दे सके.

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