प्रमोद कुमार/कैमूर: जिले के मोहनिया थाने के थानाध्यक्ष प्रियेश प्रियदर्शी के सरकारी मोबाइल पर 9555414009 नम्बर से रविवार की शाम फोन आया, जिसके ट्रूकॉलर पर माननीय अध्यक्ष विधानसभा उत्तर प्रदेश भारत दिखा रहा था. कॉल करके बताया गया कि मैं विधानसभा अध्यक्ष उत्तर प्रदेश का ओएसडी यादवेन्द्र कुमार पाण्डेय बोल रहा हूं. मुझे लखनऊ जाना है और मैं अभी मोहनियां टोल प्लाजा पर हूं. मूझे मोहनियां टोल प्लाजा पर बिना किसी शुल्क दिए हुए पार करा दिजिए तथा बताया कि उनकी वाहन ब्लैक कलर की XUV कार DL8CBC2211 है. 

‘मैं ओएसडी नहीं हूं’

जिसके सूचना पर थानाध्यक्ष द्वारा खुद टोल प्लाजा पर पहुंचकर टोल पार कराने की बात कही गई. अपने आप को फंसता देख पैसा देकर टोल प्लाजा पार कर गए. जब थानाध्यक्ष टोल पर पहुंचे, तो कार सवार तीनों युवक वहां से निकल गए थे, जिसे देख पुलिस पीछा करते हुए दुर्गावती के पास पहुंची. उक्त नंबर के कार को देख पुलिस द्वारा टॉर्च की रौशनी में रुकने का इशारा किया गया. कार रुकने के बाद पुलिस द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के ओएसडी बताने वाले व्यक्ति यादवेन्द्र कुमार पाण्डेय से पूछताछ किया गया, तो काफी टालमटोल के बाद इनके द्वारा बताया गया कि मैं ओएसडी नहीं हूं. 

मामले में प्राथमिकी दर्ज 

मेरे द्वारा झूठ बोला गया था. जिसे देखते हुए कार में सवार तीनों व्यक्ति को कार के साथ थाने लाया गया. जिस मामले को लेकर मोहनिया थाना के एसआई आनंद कुमार द्वारा मोहनिया थाना में विधानसभा अध्यक्ष यूपी के ओएसडी अपने आप को बताकर प्रतिरूपण कर छल करने के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराया गया हैं. गिरफ्तार आरोपियों में यादवेन्द्र कुमार पाण्डेय, पिता सत्येन्द्र कुमार पाण्डेय, कैथी शंकरपुर, थाना देवगांव, जिला आजमगढ़, यूपी, दीपक कुमार चौरसिया, पिता पप्पू चौरसिया एवं नन्दन चौबे, पिता अमरनाथ चौबे, दोनों सरेंजा थाना राजपुर, जिला बक्सर के निवासी हैं. 

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