सत्यपाल राजपूत, रायपुर। इन दिनों प्रदेश शीत लहर की चपेट में हैं. ऐसे में शहरों में ठिठुरन से लोगों का हाल बेहाल है. वहीं बिलासपुर संभाग के बीहड़ जंगलों में भी हाड़ कांपने वाली ठंड पड़ रही है. इसके अलावा क्षेत्र में कोरोना संक्रमण का खतरा भी बना हुआ है. इससे बुजुर्ग एवं गर्भवती महिलाओं को ज्यादा खतरा है. ऐसे में जंगलों में निवासरत परिवार को ठंड एवं कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाने के लिए विश्वाधारंम सामाजिक संस्था सामने आया है. कैंप लगाकर पहले दिन 55 बुजुर्गों व 35 गर्भवती माताओं को कम्बल वितरण किया. साथ ही कोरोना वायरस से बचने की तरीके भी बताएं. महिला एवं युवतियों को मासिकधर्म के प्रति जागरूक किए.

विश्वाधारंम सामाजिक संस्था के संस्थापक चन्द्रकान्त साहू ने बताया कि लगातार बढ़ते ठंड से जहां शहर के लोग ठिठुर रहे हैं. वहीं बीहड़ जंगलों एवं पहाड़ों में रहने वाले आदिवासी परिवार की कल्पना मात्र से रूह कांप जाता है. जंगलों व पहाड़ों का तापमान तो हड्डी जमा देने वाला है. ऐसे जगहों में रह रहे बुजुर्गों की स्थिति और भी दयनीय है.

आज विश्वाधारंम सामाजिक संस्था के द्वारा पाली से 30 किमी की दूरी पर स्तिथ ग्राम बगदरा में अपने परिवार के बुजुर्गों का ख्याल रखने एवं उन्हें प्यार देने की बात कही. साथ ही  55 बुजुर्गों व 35 गर्भवती माताओं को कम्बल वितरण किया.

संस्था के सदस्य सौम्य के द्वारा वहां के महिलाओं व युवतियों को मासिकधर्म के प्रति जागरूक किया.साथ ही उपस्थित समस्त माताओं बहनों को निःशुल्क सैनिटरी पैड का वितरण किया. संस्था के सदस्य त्रिवेणी शंकर साहू के द्वारा ग्रामवासियों को महत्वपूर्ण कानून के बारे में सारगर्भित जानकारी दिया गया और संकल्प दिलाया गया कि सभी ग्रामवासी आपसी भाईचारे के साथ सौहार्द पूर्ण जीवन यापन करें.

कार्यक्रम में संस्था के रूपेश शुक्ला, रोशन साहू, जितेंद्र साहू, चुन्नी मौर्य, सुनील जायसवाल, जबान पैकरा एवं ग्राम के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.