रायपुर। बजट सत्र के दौरान गुरुवार को मंत्री मोहम्मद अकबर के विभागों खाद्य, वन, परिवहन, आवास पर्यावरण के अनुदान मांगों पर चर्चा में बीजेपी विधायक सौरभ सिंह ने शामिल होते हुए कहा कि किसानों का एक एक दाना धान नहीं खरीदा गया, 2 साल के बोनस का अता पता नहीं है. वन विभाग से संबंधित मामले को उठाते हुए उन्होंने कहा कि वन विभाग के पास कैसे-कैसे अधिकारी हैं. वाइल्ड लाइफ, मेडिशनल प्लांट के एक्सपर्ट कौन-कौन से अधिकारी हैं. वन विभाग का काम एनीकट, सड़क बनाना नहीं है. वन विभाग के पास 15 योजना में 275 करोड़ रुपये है, बाकी बजट प्लांटेशन के लिए रखा गया है. सागौन के प्लांटेशन पर सरकार का फोकस है. छग के स्पीसीज का प्लांटेशन नहीं हो रहा है. चरण पादुका योजना बंद कर दी गई. 901 लघु वनोपज समिति के लोग आंदोलन कर रहे हैं.
उन्होंने प्रदेश में जंगली हाथियों के तांडव का मामला उठाते हुए कहा कि हाथी प्रभावित इलाके में सही मुआवजा नहीं मिल पा रहा है. सेंट्रल जू अथॉरिटी ने कितनी बार कानन पेंडारी ने निरीक्षण किया. फारेस्ट विभाग में कर्मचारियों की भर्ती नहीं हो रही है. हाथी के लिए 21 करोड़ जैसी कम राशि दी जा रही है. सौरभ सिंह ने सवाल किया कि हाथी प्रभावित इलाके में लेमरु परियोजना का कब नोटिफिकेशन होगा. अडानी की कोल माइनिंग से हाथी डिस्टर्ब हो रहा है. पानी की व्यवस्था से हाथी रुकेगा. हाथी प्रभावित इलाकों में मिर्च की खेती होनी चाहिए. सरई के जंगलों में नो गो एरिया की पॉलसी बदल गई.
सौरभ सिंह ने प्रदूषण को लेकर कहा कि लोहा, कोयला की ट्रकें चल रही है कभी फिटनेस चेक नहीं किया जाता. कोरबा और सिलतरा सर्वाधिक प्रदूषित क्षेत्र है. सभी उद्योगों में सल्फर कंटेंट ज्यादा है. ऐश डिस्पोजल के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं है.