रायपुर। बड़ी-बड़ी कंपनियों के सीएसआर मद याने की कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी फण्ड मैनेजमेंट के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले ITSPL कंपनी का ऑल इंडिया स्टेट कॉर्डिनेटर को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता मिली है. गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम योगेन्द्र बारीक है.
पुलिस के अनुसार आरोपी सीएसआर मद से बेरोजगार युवकों को ट्रेनिंग देने के नाम पर ठगी किया करते थे इसके लिए ITSPL कंपनी प्रत्येक राज्य में स्टेट कॉर्डिनेटर बनाकर उनके माध्यम से अलग-अलग संस्थाओं को अपना ट्रेनिंग पार्टनर बनाती थी. ये ट्रेनिंग पार्टनर्स अपने अधीन ट्रेनिंग सेंटर का संचालन करते थे. इसके लिए कंपनी ट्रेनिंग सेंटर को 8 हजार रुपए, ट्रेनिंग पार्टनर को 5 हजार और स्टेट कॉर्डिनेटर को 2 हजार रुपए देने का झांसा देकर अपने जाल में फांसते थे.
इसी कड़ी में रायपुर के स्केलिंग टैक कंपनी के डायरेक्टर बसंत कुमार से भी आरोपियों ने धोखाधड़ी की. स्केलिंग टैक कंपनी को बेरोजगार युवकों को मल्टीमीडिया जैसी ट्रेनिंग देने के लिए अनुबंधित किया. जिसके तहत प्रत्येक स्टूडेंट के बदले ITSPL के अकाउंट में 1 हजार रुपए जमा करना होता था. स्केलिंग टैक द्वारा 10 हजार बच्चों को प्रशिक्षित किया गया और कंपनी के अकाउंट में तकरीबन 1 करोड़ रुपए जमा किया. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद आरोपियों द्वारा उसे भुगतान के लिए आनाकानी किया जा रहा था.
आडिट के बाद रि आडिट करके लेट लतीफी की जा रही थी. पीड़ित द्वारा दबाव डालने पर उसे कुल 8 करोड़ रुपए के कई चेक दिए गए जो कि बैंक में बाउंस हो गए. जिसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत पुलिस में की. मामले की जांच में पुलिस ने आरोपी योगेन्द्र बारीक को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने दुर्ग सहित कई प्रदेश के कई जिलों में इसी तरह ठगी की है बताया जा रहा है कि प्रदेश भर में 25 से 30 हजार बेरोजगार युवकों को ट्रेनिंग दी गई है. कंपनी की शाखाएं उड़ीसा, राजस्थाना और कोलकाता में भी संचालित हैं.