चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग। शासकीय शराब दुकान के कलेक्शन मैनेजर से तकरीबन 17 लाख रुपये लूट के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूट की तकरीबन 15 लाख की रकम और वारदात को अंजाम देने में प्रयुक्त की गई मोटर साइकिल को भी बरामद किया है. गिरफ्तार किये गए आरोपियों में शराब दुकान में काम करने वाला एक आरोपी भी शामिल है.

 

मामला 16 दिसंबर का है कलेक्शन एजेंट दिनेश सोनी पोटिया और उरला क्षेत्र की देश और अंग्रेजी शराब दुकान से रकम कलेक्शन कर कातुल बोड की ओर जा रहा था. उसी दौरान खालसा स्कूल के पास नकाब पोश 4 युवक मोटर साइकिल से पहुंचे और मारपीट करते हुए उससे कलेक्शन का रकम लूट लिया. पीड़ित युवक ने मामले की शिकायत पद्मनाभपुर चौकी में दर्ज कराई गई. मामले में एसपी ने पुलिस की 12 टीमों का गठन किया. पुलिस ने मामले की पतासाजी के लिए जेल से छूटे और शराब दुकान के पूर्व व वर्तमान 200 लोगों से पूछताछ की. वहीं 1 लाख से ज्यादा मोबाइल नंबरों के सीडीआर चेक किया. इसके साथ 169 वाहनों व 50 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी चेक किया गया. फुटेज में सफेद-काला व नीला रंग की पल्सर गाड़ियों को घटना स्थल के आस-पास संदिग्ध रुप से घूमती नजर आई.

जिसके बाद पुलिस ने दुर्ग-भिलाई, रायपुर और राजनांदगांव के गाड़ी शो रुम से भी उक्त रंग की गाड़ियों की जानकारी एकत्रित की गई. जिसमें रायपुर में 87, दुर्ग में 55, राजनांदगांव में 22 गाडियां बेचने की जानकारी मिली. पुलिस ने सभी गाड़ी के मालिकों से पूछताछ की गई. पूछताछ में नीले रंग की गाड़ी पुलिस लाइन में रहने वाले एक युवक नवीन मंडावी के पास होने की जानकारी मिली. तहकीकात में पुलिस को जानकारी लगी की नवीन ने कुछ दिन पहले ही अपनी गाड़ी का रंग और स्टीकर चेंज करवाया है. पुलिस ने आरोपी युवक और उसके साथ घूमने फिरने वाले युवकों पर नजर रखना शुरु किया. जिसमें पता चला कि नवीन के कुछ दोस्त पिछले कुछ दिन से काफी पैसे खर्च कर रहे हैं और महंगी शराब में पैसे उड़ा रहे हैं. मोबाइल का सीडीआर चेक करने पर उन युवकों का घटना स्थल पर आना जाना पाया गया. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपियों ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया.

पुलिस के अनुसार वारदात को अंजाम देने वाले युवकों में से एक युवक शराब दुकान में गार्ड का काम करता था, उसी दौरान उसने कलेक्शन एजेंट को रात में पैसे ले जाते देखा था. नौकरी छूट जाने और जुएं की लत की वजह से घर का पैसा हार जाने के बाद पैसों की भरपाई के लिए आरोपियों ने प्लान बनाकर वारदात को अंजाम दिया. आरोपियों ने लूटे हुए पैसों को छत्रपाल नाम के युवक के सेलूद में निर्माणाधीन घर में एक बाल्टी में भरकर जमीन में गड़ा दिया था. उक्त रकम से आरोपियों ने 3-4 लाख रुपये निकाल कर उससे गाड़ी का रंग व स्टीकर बदलवा दिया था.