नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के एक और बयान ने पार्टी के अंदर भूचाल मचा दिया है. गडकरी ने कहा कि अगर मैं पार्टी का अध्यक्ष हूं और मेरे विधायक और सांसद अच्छा नहीं करते तो उसके लिए जिम्मेदार कौन है. गडकरी के इस बयान को सीधे तौर पर पार्टी नेतृत्व पर हमला माना जा रहा है. गडकरी ने इससे पहले भी बयान देकर पार्टी नेतृत्व को कटघरे में खड़े कर दिया था. उन्होंने कहा था कि नेतृत्व को हार और विफलता की भी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए, उन्होंने यह भी कहा था कि कोई भी सफलता की तरह विफलता की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहता है. गडकरी ने कहा था, ‘सफलता के कई पिता हैं, लेकिन विफलता अनाथ है. जब भी सफलता मिलती है को उसका श्रेय लूटने की होड़ मच जाती है, लेकिन जब विफलता होती है तो हर कोई एक दूसरे पर उंगली उठाना शुरू कर देता है.’ गडकरी ने यह बयान पुणे जिला शहरी सहकारी बैंक एसोसिएशन लिमिटेड द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में दिया था.

आपको बता दें कि हाल ही में 5 राज्यों में हुए चुनाव में भाजपा शासित राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि उन्होंने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी टिप्पणी का कोई राजनीतिक मकसद नहीं था और मीडिया ने उसे तोड़ मरोड़ कर पेश किया था.