रिपोर्ट- मनीष सोनी, सरगुजा। अंबिकापुर क्राईम ब्रांच पुलिस की एक ऐसी कहानी जो पुलिस पर भरोसा न करने के लिए आम जनता को बाध्य करती है। एक तरफ छत्तीसगढ़ में पुलिस विभाग ‘पुलिस मित्र ‘ बनाकर जनता से अपने रिश्ते में विश्वास जगाने की कोशिश में लगा हुआ है वहीँ कुछ पुलिस कर्मी इस जनता के विश्वास का फायदा उठाकर अपना निजी हित साधने में लगे हैं।
घटना 25 05 17 की है जब गांधीनगर अंबिकापुर निवासी गीता रजक 22 वर्ष ने अवैध धंधे में लिप्त अपने कथित फूफा की कारगुजारियों से तंग आकर अंबिकापुर क्राईम ब्रांच के धीरज गुप्ता को फ़ोन पर यह बताई की उसके फूफा काफ़ी समय से गाँजा बेचने का काम कर रहे हैं और आज अपनी स्कूटी के डिक्की में एक बड़े पैकेट में गांजा और एक देशी कट्टा रखे हुए है।
गीता की शिक़ायत पर गांधीनगर थाने के पास ही पुलिस ने पुनर्वास बैठा नाम के व्यक्ति की स्कूटी से गांजा का एक बड़ा पैकेट और एक कट्टा ज़ब्त किया।
शिक़ायतकर्ता को यह लगा उनकी शिक़ायत पर एक अच्छा काम हुआ ,पर दूसरे ही दिन गीता के फूफा पुनर्वास बैठा गीता के घर पहुँच कर उसे धमकाने लगे की उसका 2 लाख का गांजा पकड़वा कर उसने ठीक नहीं किया , अब इसका अंजाम भुगतने तैयार रहने की धमकी भी दी।
गीता और उसके पति के होश तब उड़ गए जब इन्होने धमकी वाली बात धीरज गुप्ता को बताते हुए यह बात पूछ लिया की आपने पुनर्वास बैठा के स्कूटी से गाँजा और कट्टा पकड़ा था तो उसे गिरफ़्तार क्यों नहीं किया ?
धीरज गुप्ता ने कहा की ‘ गाँजा ख़राब हो गया था और कट्टा में जंग लग चुका था इसमें कारवाही नहीं बनती है इसलिए छोड़ दिया ‘
पुलिस की इस मासूमियत वाले जवाब से गीता और उसके पति को पूरी कहानी समझने में देर नहीं लगी ,और बिना देर किए उन्होंने पुलिस अधीक्षक सरगुजा और सरगुजा रेंज के आई जी को मिलकर सारे घटनाक्रम की जानकारी दी। इस शिकायत के बाद से ही गीता के फूफा के द्वारा जहाँ बार -बार देख लेने की धमकी मिल रही है वहीँ , एडिशनल एस पी कार्यालय में बयांन देने पहुंचे गीता को क्राईम ब्रांच स्टाफ धीरज गुप्ता ने यह कहकर की ”तुम लोग मेरा नौकरी ले लोगे ‘ इशारों में समझा दिया की उच्चाधिकारियों को शिक़ायत कर के तुम लोगों ने ठीक नहीं किया।
फिलहाल पुलिस के इस कार्यप्रणाली ने जहाँ आम जनता का भरोसा खोया वहीँ नशीले कारोबार करने वाले पुनर्वास बैठा का हौंसला भी बढ़ाया जिससे उसके अनैतिक कारोबार को और बल मिलता रहेगा। चूँकि अब मामला अधिकारियों के संज्ञान में है इसलिए उम्मीद की जा सकती है की शिकायतकर्ता को जल्द ही न्याय मिलेगा।
वहीं इस मामले में क्राईम ब्रांच के जिस स्टाफ धीरज गुप्ता पर आरोप लगा है उसने कहा है कि मेरे खिलाफ शिकायत के आधार पर अधिकारियों के पास मेरा बयान हो चुका है। इस सबंध में क्राईम ब्रांच प्रभारी ही कुछ बता पाएंगे।
उधर एएसपी सरगुजा रामकृष्ण साहू का कहना है कि युवती की शिकायत पर जांच जारी है। अभी फिलहाल दोनों पक्षों का बयान ले लिया गया है, संबंधित मामले में कुछ और लोगों का बयान लेना बाकि है। जांच में अगर पुलिस की गलती पाई जाती है तो निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।