पुरुषोत्तम पात्रा, गरियाबंद। गरियाबंद से नेताओं के लिए एक बुरी खबर है. चुनाव के दौरान जिले के कुछ गांवों में नेताओं के घुसने पर ग्रामीणों ने रोक लगा दी. चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर चुके इन 11 गांव के निवासियों ने नेताओं पर ये प्रतिबन्ध लगाया है.
इन गांव के लोगो ने अब अपने गांवों में नेताओं के दाखिल होने पर रोक लगा दी है. मतलब किसी भी पार्टी का कोई भी नेता इस बार चुनाव में इन गांवों का दौरा नहीं कर पाएगा और ना ही इन गांवों में पहुंचकर वोट मांग सकेगा.
दरअसल 15 साल से ग्रामीण लगातार एक ही मांग कर रहे हैं, वो है तेल नदी पर पुल बनाने की मांग. पुल नहीं बनने से नाराज़ ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी है. देवभोग एसडीएम को अपने फैसले से अवगत कराते हुए ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब तक ना तो वे चुनाव में हिस्सा लेंगे और ना ही किसी नेता को अपने गांव में ही घुसने देंगे. हालांकि एसडीएम ने ग्रामीणों से चुनाव के बहिष्कार ना करने की अपील की है.