रायपुर। राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल का गठन 25 दिसंबर को किया जाना है. छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के शपथ के पहले राहुल गांधी ने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को मैसेज भेजकर दो टूक कह दिया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को दो तिहाई बहुमत से ज्यादा सीटें मिली हैं. कांग्रेस की इस बड़ी जीत में कई बड़े नेता जीत कर पहुंचे हैं, इनमें से कई ऐसे विधायक हैं जो तीन या तीन से ज्यादा बार जीत हासिल कर चुके हैं. चूंकि नियमों के तहत प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित 13 लोग ही सरकार में शामिल हो सकते हैं लिहाजा दावेदारों की संख्या ज्यादा हो गई है. ऐसे में दावेदारों में से हर किसी को मंत्री बनाना संभव नहीं है.

कांग्रेस सरकार निर्वाचित होने के बाद मंत्रीमंडल गठन की प्रक्रिया में जो देरी हुई, उसकी बड़ी वजह भी यही थी कि ज्यादातर जीतकर आए सीनियर विधायकों में में से किसे छोड़ा जाए और किसे लिया जाए. अटकलें है कि मंत्रीमंडल के सदस्यों का नाम सामने आने के बाद कांग्रेस पार्टी के कई विधायक नाराज हो सकते हैं. विधायकों की नाराजगी पार्टी के सामने संकट का कारण न बने, यही वजह है कि राहुल गांधी ने दो टूक कह दिया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं की जाएंगी.