श्रीनगर- मुमकिन है कि आने वाले सालों में भारतीय क्रिकेट के सितारों में घाटी के युवा चमकते नजर आएंगे. आतंक के साए में जी रहे युवाओं के लिए क्रिकेट एक नई उम्मीद बनेगा. इस साहसिक पहल की शुरूआत की है पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना ने. उन्होंने जम्मू-कश्मीर स्पोर्ट्स काउंसिल के साथ क्रिकेट अकादमी खोलने एक महत्वपूर्ण समझौते पर आज दस्तखत किए हैं. अकादमी के जरिए युवा खिलाड़ियों को तराशने की कवायद की जाएगी. जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा, चीफ सेक्रेटरी बीवीआर सुब्रमण्यम और प्रधान सचिव नीतीश्वर कुमार की मौजूदगी में हुए इस समझौते के तहत सुरेश रैना कुल दस स्कूलों में खिलाड़ी तैयार करेंगे.
सुरेश रैना ने ट्वीट के जरिए यह जानकारी साझा की है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि यह पहल जम्मू-कश्मीर सरकार के युवाओं को मुख्यधारा में लाने के प्रयासों को पूरा करेगी. अत्याधुनिक खेल सुविधाएं बनाई जाएंगी. बेहतर प्रतिभा तराशने विश्व स्तर की सुविधाओं को जुटाया जाएगा.  सुरेश रैना जम्मू-कश्मीर की युवा प्रतिभाओं के लिए एक सपने के संरक्षक होंगे जो बड़ी लीग में आने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं और इस सहयोग से उन्हें काफी फायदा होगा. आतंकवाद के बीच अब टीम इंडिया के पूर्व स्टार क्रिकेटर सुरेश रैना जम्मू-कश्मीर के युवाओं को खेल के जरिये मुख्यधारा से जोड़ेंगे. पिछले दिनों उन्होंने लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा से श्रीनगर में मुलाकात के बाद यह ऐलान किया था.

 

सुरेश रैना  जम्मू और कश्मीर के पांच-पांच स्कूलों में यह अकादमी तैयार करेंगे. खास बात यह है कि इन स्कूलों में पिछड़े इलाके के युवाओं को मौका दिया जाएगा. उन्हें क्रिकेट के गुर सिखाए जाएंगे, चयन प्रक्रिया के जरिए खिलाड़ी चुने जाएंगे और उन्हें प्रशिक्षण देकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए तैयार किया जाएगा. इस मौके पर मनोज सिन्हा ने सुरेश रैना की इस पहल की जमकर सराहना की है.