- मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा- अमित जोगी को जीएसटी और एसजीएसटी का अंतर भी नही पता
- अमित जोगी ने कहा- ये गुड्स एन्ड सिंपल टैक्स है
रायपुर- जीएसटी बिल पर चर्चा के दौरान आज छत्तीसगढ़ विधानसभा में विधायक अमित जोगी अपनी मां रेणु जोगी के विरोध में नजर आए। दरअसल ये विरोध जीएसटी बिल को समर्थन दिए जाने को लेकर था।
बिल पर चर्चा करते हुए कांग्रेस विधायक रेणु जोगी ने बिल का ये कहते हुए समर्थन किया कि यूपीए के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने समर्थन किया है, इसलिए वे भी समर्थन दे रही है। उन्होंने इस बात पर संशोधन किए जाने की वकालत की कि जीएसटी के नए प्रावधानों के मुताबिक व्यापारी को हर महीने ऑनलाइन रिटर्न देना होगा। इस पर जवाब देते हुए अमर अग्रवाल ने कहा कि गुड्स आने की जानकारी 10 तारीख तक और गुड्स जाने की तारीख 20 तारीख तक देनी होगी। इससे इंस्पेक्टर राज खत्म हो जाएगा। जीएसटी पर हम व्यापारियों के लिए सेमिनार करेंगे। मानव रहित व्यवस्था होगी। शंका समाधान के लिए शिविर लगाए जाएंगे।
चर्चा में शामिल अमित जोगी ने जीएसटी का विरोध करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में ये अब तक का सबसे बड़ा बिल है। 152 पन्ने और 21 अध्याय वाले इस बिल में माल ज्यादा है सेवा कम है। बिल को लेकर सभी समर्थन दे रहे हैं , लेकिन छत्तीसगढ़ की जनता का ध्यान नही रखा जा रहा है। अमित जोगी ने बीजेपी और कांग्रेस विधायकों समेत अपनी माँ रेणु जोगी पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि चूंकि मोदी जी और मनमोहन सिंह जी ने कहा है इसलिए समर्थन दे रहे हैं।
अमित जोगी की चर्चा के बीच मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि जीएसटी और एसजीएसटी को लेकर अमित जोगी को कुछ पता ही नहीं है, जबकि खुद वकील है। हाइकोर्ट और कभी-कभी सुप्रीम कोर्ट भी जाते हैं। इस पर अमित ने कहा कि सेमिनार करवा कर जानकारी दे दें।
अमित जोगी ने कहा कि जीएसटी से शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं को बाहर करने का कलेजा क्या सरकार के पास है? जोगी ने कहा कि जीएसटी परिषद में व्यापारियों की भी भागीदारी होनी चाहिए। अमित जोगी ने कहा व्यापारियों का समर्थन करने पर लोग हैरान होंगे। इस पर प्रेमप्रकाश पांडेय ने चुटकी लेते हुए कहा कि यहां सभी जानते हैं कि ये राजनीतिक भाषण है।