अगर विकास का पैमाना समझना है तो छत्तीसगढ़ आईये और छत्तीसगढ़ का विकास देखना है तो नया रायपुर आईये. रमन सरकार नया रायपुर को देश की सबसे आधुनिकतम व व्यवस्थित सिटी के रुप में विकसित कर रही है. नई राजधानी के रुप में विकसित करते हुए सरकार ने यहां हर किसी की जरुरतों को समझते हुए कार्य किया है. चाहे वह शिक्षा के क्षेत्र में हो, उद्योगों के लिए या फिर बड़े-बड़े कार्रपोरेट्स के लिए, सर्वसुविधा युक्त रिहाईशी सिटी. जहां आपकी हर वो जरुरत पूरी हो जाएगी. जिसके बारे में आप सोचते हैं. तेजी से विकसित हो रहे नया रायपुर की इसी खूबी की वजह से अब इसकी पहचान वैश्विक स्तर पर स्थापित होने जा रही है. यही वजह है कि यहां चल रहे कार्यों को देखते हुए कई बड़ी कंपनियों ने अपना निवेश यहां करने की सरकार के सामने इच्छा भी जताई है.  यह सब हो पाया है तो सिर्फ और सिर्फ डॉ रमन की सोच की वजह से जिसमें उन्होंने छत्तीसगढ़ की राजधानी को विकसित करने के लिए कहा था. डॉ रमन ने जैसा कहा वैसा किया.

 सैकड़ों साल पुराना शहर रायपुर, जहां की तंग गलियां और बसाहटें व तेजी से बढ़ती जनसंख्या ने यहां विकास की रफ्तरा को थाम लिया. जिस गति से छत्तीसगढ़ तेजी से आगे बढ़ रहा है उसी तेजी के अनुरूप उसकी राजधानी भी होनी चाहिए थी. जहां जनता को बगैर किसी तकलीफ के हर चीज सुलभ हो सके. जो पूरी तरह से व्यवस्थित हो. जिसकी सड़कें इतनी चौड़ी हों कि कभी जाम न लग सके. जहां रहने वाला सुरक्षित रह सके. रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट. खेल के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम. सर्व सुविधायुक्त हाईटेक  रिहाईशी इलाकें. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम जहां परिंदा भी पर न मार सके. मंत्रालय, कार्पोरेट्स दफ्तर. लेकिन ये सारी चीजें सूबे की राजधानी रायपुर में संभव नहीं थी. लिहाजा सरकार ने एक ऐसी राजधानी एक शहर को बसाने के लिए सोचा जो किसी ख्वाब से कम न हो. यहां आने वाले लोगों को किसी महानगर या विदेशी शहर से कम का एहसास न हो. मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की सोच का ही परिणाम था कि शहर से 24 किलोमीटर दूर नई राजधानी की स्थापना हुई. स्थापना के साथ ही यहां तेजी से जमीन अधिग्रहण का काम भी हुआ. जमीन के बदले सरकार ने किसानों को एक बड़ा मुआवजा दिया. इसके साथ ही नया रायपुर बसने का रास्ता साफ हो गया.
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तकरीबन 8 हजार हेक्टेयर भूमि में बसाए जा रहे छत्तीसगढ़ की नई राजधानी नया रायपुर में तमाम तरह की हाईटेक सुविधाएं मौजूद हैं. यहां देश का अत्याधुनिक एयरपोर्ट स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट मौजूद है. इसके अलावा यहां देश का सबसे आधुनिकतम रेलवे स्टेशन बनाया जा रहा है. यहां ट्रिपल आईटी, हिदायतुल्लाह लॉ यूनिवर्सिटी, यहां कानून की पढ़ाई करने देश के सभी राज्यों से आए छात्र रहते हैं, विश्व प्रसिद्ध सत्य साईं हास्पिटल जिसमें बिल काउंटर ही नहीं है. यहां दिल की बीमारी से ग्रस्त बच्चों का निशुल्क इलाज किया जाता है., पीएचक्यू, मंत्रालय, मानव निर्मित देश की पहली जंगल सफारी मौजूद है. जहां आप जंगली जानवरों को पिंजरे में नहीं बल्कि खुलेआम विचरण करते देख सकते हैं. जो कि बेहद रोमांचकारी रहता है. हाल ही में जंगल सफारी का लुत्फ लेने भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य भी पहुंचे थे. इसके अलावा इंग्लैण्ड टीम के धाकड़ बल्लेबाज रहे केविन पीटरसन भी जंगल सफारी देखने रायपुर आ चुके हैं. यहां वे एक तेंदुए के एक शावक को गोद लेना चाहते थे लेकिन भारतीय कानून के मद्देनजर ऐसा संभव नहीं हो पाया. इसके अलावा ऐसी बहुत सी चीजें आप देख सकते हैं. नया रायपुर बसने के पहले ही इसकी ख्याति देश भर में फैल चूकी है. इसका नतीजा है कि शहर के पूरा बसने से पहले ही यहां लोग दूर-दूर से देखने पहुंचते हैं.
नया रायपुर जिसका नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के नाम पर अटल नगर कर दिया गया है. अटल नगर जो बसाया गया है उसमें सरकार ने महज कांक्रीट के बड़े-बड़े भवन ही नहीं खड़े किए हैं बल्कि विकास के साथ ही पर्यावरण का भी संतुलन बनाए रखा है. यहां लोगों को स्वच्छ वायु मिल सके और लोग अपनी थकान मिटा सकें. इस लिहाज से यहां बड़े-बड़े उद्यान बनाए गए हैं. इसके अलावा यहां बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण करवाया जा रहा है. यहां जो वृक्षारोपण करवाया गया है वह अपने आप में एक रिकॉर्ड भी है. आने वाले सालों में यहां एक बड़े भूभाग पर मानव निर्मित जंगल भी आपको देखने के लिए मिल सकते हैं. पर्यावरण से संतुलन स्थापित करने वाला नया रायपुर देश के गिने-चुने शहरों में शुमार हो गया है. जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि नया रायपुर एक ऐसी राजधानी होगी जहां प्रदूषण का स्तर सबसे निम्न होगा.
  • नया रायपुर के लिए 8 हजार हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण.
  • यहां 225 किलोमीटर लंबी सड़के.
  • 2014 में मंत्रालय नया रायपुर स्थान्तरित
  • थीम टाउनशिप- दक्षिणी दिशा में 159 हेक्टेयर क्षेत्र में 1200 करोड़ रुपए की लागत से खंडवा तालाब के पास थीम टाउनशिप का आवासीय और व्यावसायिक परिसर का निर्माण.
  • 54 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाए जाने वाले इस अवासीय परिसर में गोल्फ कोर्स, बंगला, विला और अपार्टमेंट शामिल है.
  • 5 सितारा होटल व कन्वेंशन: नया रायपुर के मध्य में स्थित सेंट्रल पार्क के किनारे 11 हेक्टेयर जमीन पर कन्वेंशन एवं प्रदर्शन केंद्र में 500 की क्षमता वाले हॉल होगा. यहां 6 सभाकक्ष में 250 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता होगी और 2000 वर्गमीटर का आंतरिक प्रदर्शन क्षेत्र होगा. 150 कमरों की क्षमता वाले होटल के निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.
  • हिदायतुल्लाह विश्वविद्यालय: नई राजधानी के दक्षिण में ग्राम उपरवारा की 26.93 हेक्टेयर जमीन पर हिदायतुल्लाह विश्वविद्यालय
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालाजी
  • शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 65 हजार दर्शकों के बैठने की क्षमता, देश का दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम
  • 320 हेक्टेयर क्षेत्र में जंगल सफारी का निर्माण, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उद्घाटन किया.
नया रायपुर में ऐसी कई चीजें हैं जो उसे बेहद खास बनाती हैं. वहीं रमन सरकार की नीति की वजह से यहां निवेश की भी संभावनाएं बढ़ते जा रही है. ऐसे ही दो बड़े प्रोजेक्ट नई राजधानी में आने के लिए प्रतीक्षारत हैं. नया रायपुर अब बॉलीवुड के लोगों को भी अपनी ओर लुभाने में लगा हुआ है. यहां संभावनाओं को देखते हुए दो सिनेमा कंपनियों ने यहां मायानगरी की स्थापना के लिए अपने प्रोजेक्ट सरकार को दिए हैं. रमन सरकार के निर्णय के बाद यहीं सीरियल और फिल्मों की भी शूटिंग की जाएगी. वहीं सिनेमा प्रेमियों को अपने मनपसंद सितारों से मुलाकात करने का मौका भी मिल जाएगा.
लाईट, एक्शन और कैमरा ये आवाजें अब आपको नया रायपुर में भी सुनने को मिल जाएगी. नाचते गाते सितारे यहां आपको बड़े फिल्मी सितारे अपने फिल्मों की शूटिंग करते नजर आएंगे. यहां का ओपन स्पेस और मुंबई से सीधी कनेक्टिविटी की वजह से मुंबई की दो नामी कंपनियों को नया रायपुर पसंद आ गया है. नामी फिल्म और टेलीविजन कंपनी श्री अधिकारी ब्रदर्स टेलीविजन नेटवर्क के साथ ही एकता कपूर की बालाजी टेलीफिल्मस के अधिकारियों  ने नया रायपुर में फिल्म सिटी बनाने का प्रस्ताव दिया है. इसके लिए इन दोनों फिल्म व सीरियल निर्माता कंपनियों के प्रोड्यूसर्स ने एनआरडीए के अधिकारियों से मुलाकात की. मुलाकात में उन्होंने अपने-अपने प्रोजेक्ट सौंप उन्हें यहां फिल्म सिटी बनाए जाने का प्रस्ताव दिया है.ये दोनों कंपनियां यहां बालीवुड और साऊथ की टॉलीवुड की तर्ज पर एक नई फिल्म इंडस्ट्री बनाना चाहते हैं. प्रोजेक्ट के अनुसार यहीं पूरी फिल्म का काम किया जाएगा और यहीं उसका प्रोडक्शन भी होगा. 
 
नया रायपुर में 150 एकड़ के आस-पास के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा. इसके लिए बकायदा जमीन का भी चिन्हांकन कर लिया गया है. इसका निर्माण जंगल सफारी के आस-पास किए जाने का निर्णय लिया गया है. सरकार फिल्म सिटी बसाने के लिए लीज पर जमीन देगी वहीं फिल्म सिटी को डवलप करने का जिम्मा कंपनियों का होगा. जिसके बाद आने वाले दिनों में यहां हिन्दी के साथ ही छत्तीसगढ़ी फिल्में भी बनाई जाएंगी. फिल्म इंडस्ट्री के निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ में पर्यटन की भी संभावनाएं पहले से कई गुना बढ़ जाएगी. वहीं प्रदेश का नाम एक बार फिर विश्व के मानचित्र में दर्ज हो जाएगा. डॉ रमन ने छत्तीसगढ़ के विकास के लिए जो जैसा कहा था वैसा किया. 

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