नई दिल्ली। आर्थिक मोर्चे पर भारत को अमेरिका ने बड़ा झटका देने जा रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ जीएसपी (जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस) समाप्त करने का फैसला किया है. ट्रंप ने अमेरिकी कांग्रेस (संसद) को भारत के साथ जीएसपी समाप्त करने की जानकारी दी. भारत के अलावा तुर्की भी है जिसके साथ अमेरिका ये कारोबारी संबंध तोड़ रहा है. जीएसपी समाप्त करने से अमेरिका में भारतीय सामान पर मिलने वाली छूट बंद हो जाएगी. इससे से अमेरिकी बाजार में भारतीय सामान महंगा हो जाएगा.

अमेरिकी बाजार में 5.6 बिलियन डॉलर मूल्य के भारतीय उत्पादों के लिए ड्यूटी फ्री यानी शुल्क-मुक्त एंट्री का दरवाजा बंद हो जाएगा. यह एक बड़ा आर्थिक झटका होगा. ट्रंप ने सोमवार को कहा कि वह भारत के लिए शुल्क मुक्त ट्रीटमेंट को खत्म करने का इरादा रखते हैं.  1970 में बनाई गई जीएसपी योजना के तहत लाभ पाने वाला भारत विश्व का सबसे बड़ा देश है. भारत के साथ अमेरिकी वस्तु और सेवा व्यापार घाटा 2017 में 27.3 अरब था.

ट्रम्प ने कहा, ”मैं प्राथमिकताओं के सामान्यीकरण प्रणाली (जीएसपी) कार्यक्रम के विकासशील देश के तौर पर भारत को प्राप्त उपाधि को समाप्त करने की सूचना प्रदान कर रहा हूं. मैं यह कदम इसलिए उठा रहा हूं क्योंकि अमेरिका और भारत सरकार के बीच मजबूत संबंध के बावजूद यह देखा गया कि भारत ने अमेरिका को यह आश्वासन नहीं दिया है कि वह अपने बाजारों में उसकी न्यायसंगत और उचित पहुंच प्रदान करेगा.”

ये है जीएसपी

जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रेफरेंस यानी जीएसपी अमेरिकी ट्रेड प्रोग्राम है जिसके तहत अमेरिका विकासशील देशों में आर्थिक तरक्की के लिए अपने यहां बिना टैक्स सामानों का आयात करता है. अमेरिका ने दुनिया के 129 देशों को यह सुविधा दी है जहां से 4800 प्रोडक्ट का आयात होता है. अमेरिका ने ट्रेड एक्ट 1974 के तहत 1 जनवरी 1976 को जीएसपी का गठन किया था.