रायपुर- आउटसोर्सिंग के माध्यम से डीकेएस अस्पताल रायपुर में सिक्यूरिटी गार्ड, हाउस कीपिंग एवं चपरासी के पद पर नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं. आरोपी टाटीबंध जीई रोड स्थित रोजगार प्रशिक्षण केंद्र के उम्मीदवारों को झांसे में लेकर अपना शिकार बनाये थे. पुलिस ने बताया कि 153 बेराजगारों से 18 लाख 12 हजार की ठगी किए हैं. घटना का मास्टर माइंड मितेश कुमार पिल्ले डीकेएस अस्पताल में मेडिकल उपकरण सप्लाई करने का काम करता था. आवेदकों द्वारा पतासाजी करने पर फर्जीवाडे का खुलासा हुआ. आरोपियों के विरूद्ध थाना आमानाका में धारा 420, 34 भादवि. के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है.

पुलिस ने बताया कि प्रार्थी पुकार कुमार चन्द्राकर निवासी जामगांव जिला दुर्ग ने थाना आमानाका में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह टाटीबंध जीई रोड एम्स गेट के सामने पुकार ट्रेनिंग एवं कन्सल्टिंग प्रशिक्षण केंद्र चलाता है तथा महतारी नामक एनजीओ का भी संचालन करता है. प्रशिक्षण सेंटर में बेरोजगारों को प्रशिक्षण देकर उनको रोजगार मिल सके प्रार्थी के संस्थान द्वारा प्रयास किये जाते हैं. मितेश स्वामी एवं तोरण नेताम निवासी दलदल सिवनी मोवा एवं अन्य व्यक्ति प्रार्थी के प्रशिक्षण केन्द्र में ट्रेनिंगशुदा उम्मीदवारों से संपर्क कर डीकेएस अस्पताल रायपुर में सिक्यूरिटी गार्ड, हाउस कीपिंग एवं चपरासी के पद पर आउट सोर्सिंग के माध्यम से नौकरी लगाने का झांसा दिये एवं नौकरी लगाने के लिए रकम की मांग किए. जिस पर लगभग 153 लोग इनके झांसे में आकर लगभग 18 लाख 12 हजार रुपए दे दिए.

कुछ दिनों बाद आवेदकों द्वारा नौकरी के संबंध में पूछताछ करने पर वे लोग टाल मटोल करने लगे. आरोपी मितेश द्वारा कहा जाता था कि आचार संहिता लगने एवं सरकार बदलने पर नौकरी लगने में विलंब हो रहा है जल्द ही नौकरी लग जायेगी. आवेदकों द्वारा पतासाजी करने पर जानकारी प्राप्त हुई कि डीकेएस अस्पताल में इस प्रकार का कोई भी भर्ती नहीं निकला है और न ही भर्ती होने वाली है. जिस पर आरोपियों के विरूद्ध थाना आमानाका में अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी मितेश कुमार एवं तोरण नेताम को गिरफ्तार किया गया. आरोपी मितेश कुमार डीकेएस अस्पताल में मेडिकल उपकरणों की सप्लाई करता था, जिससे उसकी जान पहचान वहां के अधिकारियों से हो गई थी, इसी बात का फायदा उठाकर आरोपियों ने लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी किया था. आरोपियों के विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही की जा रही है.