रायपुर। चौथी पारी के लिए भाजपा जब आगे निकल गई तो खामोश कांग्रेस के राज ने छत्तीसगढ़ में आकर  बब्बर दहाड़ लगा दी. उधर आदिवासियों वोटों को रिझाने शाह तूफानी दौरा करने वाले हैं. वहीं नाम के डबल रोल में जनता भी कन्फ्यूजिया गई है. आईये नजर डालते हैं दिनभर की हलचलों पर-

आदिवासियों को रिझाने शाह का तूफानी दौरा

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान के लिए एक सप्ताह से भी कम समय बाकी है. नक्सल प्रभावित इन आदिवासी बहुल क्षेत्रों में भाजपा कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती. इसी के मद्देनजर पार्टी ने अपनी चुनावी रणनीति बनाई है. जिसके तहत भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 4 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे वहीं प्रचार के अंतिम दिन से 1 दिन पहले पीएम मोदी का भी छत्तीसगढ़ दौरा है. अमित शाह अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान राजनांदगांव जिले के खुज्जी, खैरागढ़ और कोण्डागांव में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में आमसभा लेंगे.

जोगी कांग्रेस को कांग्रेस की  बी  पार्टी

भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के ऊपर बड़ा हमला बोला है. संजय श्रीवास्तव ने रेणु जोगी के उस बयान पर जोगी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है. जिसमें उन्होंने कहा था कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ कांग्रेसी विचारधारा की ही पार्टी है और भविष्य में गठबंधन के साथ ही उनका विलय हो जाएगा. श्रीवास्तव ने कहा है कि डॉ. रेणु जोगी के इस बयान से हमारी यह धारणा प्रामाणिक हो गई है  कि जोगी और कांग्रेस छत्तीसगढ़ की राजनीति को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं.  जोगी कांग्रेस को कांग्रेस की  बी  पार्टी बताते  हुए. कौशिक ने कहा कि डॉ. रेणु जोगी के बयान  ने जकांछ और कांग्रेस के रिश्तों की पोल खोलकर रख दी है. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता डॉ. रेणु के बयान के परिप्रेक्ष्य में कांग्रेस को भी निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल जकांछ-कांग्रेस के रिश्तों को लेकर झूठ बोलने और प्रदेश की जनता की आंखों में  झूल झोंकने का काम करते रहे हैं.

कन्फ्यूजन में जनता

बलौदाबाजार जिले के कसडोल विधानसभा क्षेत्र में बड़ा ही दिलचस्प वाक्या सामने आया है. दरअसल कसडोल विधानसभा सीट से कांग्रेस ने शकुंतला साहू को अपना उम्मीदवार बनाया है. वो इसका नामांकन फार्म भी जमा कर चुकी है. वहीं एक और शकुंतला साहू को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने इसी विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. जिससे यहां का चुनाव काफी दिलदस्प हो गया है. लोगों में कन्फ्यूजन की स्थिति निर्मित हो गई है.दरअसल इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब शनिवार को निर्वाचन आयोग नामांकन फार्म का स्क्रूटनी कर रही थी. एक पल के लिए निर्वाचन अधिकारी भी चौक गए कि एक ही प्रत्याशी ने दो पार्टियों से कैसे नामांकन फार्म जमा कर दिया. लेकिन अधिकारियों को इसका पता उनके निवास स्थल देखकर पता चला कि एक ही नाम के दो उम्मीदवार है.

कांग्रेस की बब्बर दहाड़

राज बब्बर ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब से यह प्रदेश बना या तो यहां कोई कलेक्टर मिला या तो डाॅक्टर मिला. कलेक्टर ने क्या किया यह तो आपके सामने है. जनता ने कलेक्टर का तबादला भी कर दिया. राज बब्बर ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि डेवलपमेंट इडेक्स पर 21 राज्यों के सर्वे में छत्तीसगढ़ 20 वें नंबर पर रहा है. यह ऐसा प्रदेश हैं, जहां के मुख्यमंत्री खुद डाॅक्टर हैं. लोगों को बड़ी उम्मीद थी कि डाॅक्टर साहब आ गए हैं. छत्तीसगढ़ का स्वास्थ्य ठीक हो जाएगा. लेकिन प्रदेश के स्वास्थ्य का आईसीयू में है. राज बब्बर ने कहा कि यहां गरीबी ज्यादा है, मजदूर ज्यादा है. ऐसे प्रदेश के भीतर स्वास्थ्य सुविधाओं को तहस नहस किया जा रहा है. यहां के स्वास्थ्य सेवाओं के साथ साजिशें की है. नया रायपुर में कैंसर हाॅस्पीटल बना भी, लेकिन एग्रीमेंट के मुताबिक गरीबों का निशुल्क इलाज किया जाना था, लेकिन ऐसी कौन सी मुसीबत आ गई कि गरीबों के निशुल्क इलाज का हक छिन लिया गया. एग्रीमेंट बदल दिया गया. आज गरीब को इलाज कराने दर दर की ठोकर खानी पड़ रही है. सरकार अस्पतालों में हालात ऐसे हो गए हैं कि जो महिलाएं नसबंदी के लिए जाती हैं, उन महिलाओं को मौत का सामना करना पड़ता है. सही इलाज न होने की वजह से उनकी जान चली गई. उन्होंने कहा कि सुपेबेड़ा में इससे ज्यादा संवेदनहीनता क्या हो सकती है कि 170 लोगों की किडनी फेल हो जाती है, लेकिन सरकार के पास इतनी फुर्सत नहीं कि वह सुपेबेड़ा जाती. स्टार प्रचारक बब्बर ने छत्तीसगढ़ में अंडर द टेबल दोस्ती हो गई है. दोस्ती भी हुई है, तो कलेक्टर से. छत्तीसगढ़ में सरकार ब्यूरोक्रेट के आशीर्वाद से पनपने आ रही है