रायपुर। विधानसभा चुनाव तैयारियों में जुटी कांग्रेस ने आज बूथ कमेटियों के कार्यों की समीक्षा की. पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने बूथ-मजबूत के नारे के साथ बूथ प्रभारियों से तैयारियों पर चर्चा की. मंगलवार को आयोजित बैठक में बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग संभाग की बूथ कमेटियों की समीक्षा हुई. भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा है कि प्रत्येक ब्लाक में हमारे बूथ कमेटी है, हम हर अनुभाग तक जा रहे है उसमें कितनी कमेटी गठित हुई उसकी समीक्षा कर रहे है। इनकी शुरूआत सरगुजा से किये थे जिसमें हमारे सभी वरिष्ठ नेतागण वहां गये थे।. 70 प्रतिशत बूथों में गठन हो चुका है. बचे हुये बूथ कमेटियों के गठन का काम मार्च महीने तक पूरा कर लिया जायेगा. मार्च महीने के बीच में ही प्रशिक्षण शुरू करेंगे.
नंदू भैय्या का सपना होगा साकार
पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा, कि कांग्रेस पार्टी स्वर्गीय नंदकुमार पटेल के सपने को पूरा करेगी. हम सभी नंदू भैय्या के उसी तैयारियों को आगे बढ़ाते हुए परिणाम तक लेकर जाएंगे जहाँ 2013 के चुनाव में तात्कालीन पीसीसी अध्यक्ष रहते हुए नंदू भैय्या ने मंथन शिविर के नाम से शुरू किया था. नंदू भैय्या के इसी प्रयास को अब आगे बढ़ाते हुए मंथन शिविर की तरह ही सभी 90 विधानसभा क्षेत्र में संकल्प शिविर आयोजित करेंगे.
राहुल गाँधी से मुलाकात
भूपेश बघेल ने कहा, कि राहुल गांधी के साथ सोमवार को लंबी बैठक हुई. राहुल गांधी से चुनावी तैयारियों पर विस्तार से चर्चा हुई. राहुल गाँधी को बूथ स्तर पर चल रही तैयारियों को पूरी जानकारी दी गई, उन्हें बताया गया कि बूथ कमेटी में अनुभाग, अनुभाग में हमारे साथी रहेंगे. उनके माध्यम से हम मतदाता तक सीधा पहुंचेंगे. हमारी जो बात है, एआईसीसी की बात है, पीसीसी की बात है, प्रत्याशी की बात है और वो इस संगठन के माध्यम से मतदाता तक अपनी बात पहुंचायें. साथ ही बूथ कमेटी की जिम्मेदारी मतदाता को बूथ तक ले जाने की भी रहेगी. वहीं मतदातओं की बात को बूथ कमेटी पीसीसी तक पहुँचाने का भी काम करेगी.
संगठन लड़ेगा चुनाव
भूपेश बघेल ने बूथ कमेटी के प्रभारियों और सदस्यों से यह भी कहा, कि प्रत्याशी अकेके चुनाव नहीं लड़ेगा, बल्कि पूरा संगठन प्रत्याशी के साथ लड़ेगा. लिहाजा हर सदस्य, हर कार्यकर्ता खुद को प्रत्याशी मान कर काम करें. संगठन के माध्यम से चुनावी लड़ाई लड़ी जायेगी तो निश्चित रूप से इससे बड़ी सफलता मिलेगी. ऐसा नहीं है कि पहले संगठन नहीं है या नहीं था। संगठन था लेकिन धीरे-धीरे हम लोग प्रत्याशी पर ही निर्भर रहने लगे. जो निर्भरता है उसमें प्रत्याशी पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है और संगठन का काम भी प्रत्याशी कर रहे है, इससे प्रत्याशी का नुकसान होता था, रिजल्ट में प्रभाव भी पड़ता था. सब लोग मिलकर लड़ेंगे और सभी लोग अपने आप को प्रत्याशी मानकर लड़ेगे तभी कांग्रेस की सरकार बनेगी.
पत्रकार विनोद वर्मा के साथ समीक्षा
कांग्रेस में बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने का काम कर रहे पत्रकार विनोद वर्मा के साथ भूपेश बघेल ने बूथ कमेटियों की समीक्षा की. सीडीकांड में फंसने के बाद सुर्खियों पत्रकार विनोद वर्मा कांग्रेस के भीतर एक सेलीब्रिटी बन चुके हैं. बहुत सारे कार्यकर्ता उनके साथ तस्वीरें भी लेते दिखें. विनोद वर्मा प्रदेश कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार भी है. वे बीते कई महीने से सक्रिय रूप से कांग्रेस के भीतर विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर गहराई से काम कर रहे हैं.