रायपुर। नवनियुक्त डीजीपी डीएम अवस्थी ने आज अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. आज सुबह अवस्थी पीएचक्यू पहुंचे जहां एएन उपाध्याय ने उन्हें डीजीपी का चार्ज दिया. इस दौरान एडीजी आरके विज, एडीजी इंटेलीजेंस संजय पिल्ले समेत कई आला अधिकारी मौजूद थे. इससे पहले कल दिन में अवस्थी ने स्पेशल डीजी नक्सल आपरेशन के साथ ही एसीबी और ईओडब्ल्यू प्रमुख का कार्यभार संभाला था. डीजीपी अवस्थी के पास अब राज्य पुलिस की कमान के साथ ही, नक्सल आपरेशन, ईओडब्ल्यू और एसीबी की भी कमान होगी. अवस्थी सीएम भूपेश बघेल के सबसे विश्वस्त अधिकारियों में शुमार हैं. भूपेश के सीएम बनने के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि वे राज्य में अपनी पसंद के अधिकारियों को नियुक्त करेंगे. जिसकी शुरुआत उन्होंने कर दी है.

आपको बता दें कि एएन उपाध्याय मार्च 2014 को छत्तीसगढ़ के डीजीपी का पदभार संभाला था. करीब पांच साल तक वे छत्तीसगढ़ पुलिस के प्रमुख रहे हैं. उनके कार्यकाल में सबसे बड़ा दाग पुलिस परिवार आंदोलन का है. जिसमें कई पुलिस कर्मी और अधिकारी भी शामिल थे. यह आंदोलन देश का पहला आंदोलन था जो किसी राज्य की पुलिस या उनके परिवार ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ किया था.

विश्वसनीय पुलिसिंग होगा अहम एजेंडा- अवस्थी

पदभार संभालने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए डीजीपी डी एम अवस्थी ने कहा कि- मुख्यमंत्री ने जो जिम्मेदारी दी है, उस पर खरा उतरना है. नक्सल समस्या को लेकर अवस्थी ने कहा कि नक्सलवाद एक राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक समस्या है. नक्सल उन्मूलन के लिए आपरेशन एक पार्ट है. नक्सल मुद्दे पर समन्वित रणनीति के तहत काम किया जाएगा. पुलिस कर्मचारियों की लंबित मांगों पर डीजीपी ने कहा कि पुलिस के सिपाही से लेकर महानिदेशक तक टीम एक है. पुलिस हित के लिए पूरे प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में किसी तरह के अवैध काम चलने नहीं दिया जाएगा. विश्वसनीय पुलिसिंह के एजेंडे पर हम काम करेंगे.