रायपुर। कृषि विभाग में 3 सौ करोड़ के किसान अनुदान घोटाले का खुलासा के बाद से कृषि विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. इस बीच मीडिया में घोटाला उजागर होते कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने ऑडिट रिपोर्ट के फिर से परीक्षण के आदेश दिए है. मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने खुद थर्ड पार्टी ऑडिट कृषि उपकरणों के वितरण मामले कराने के निर्देश दिए थे.
चुंकि 6 हजार से अधिक हितग्राही किसानों को लाभ देने का मामला है लिहाजा फिर इस मामले का परीक्षण कराया जा रहा है. परीक्षा के बाद जहाँ भी गड़बड़ी मिलेगी वहाँ उक्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. लेकिन जब नाबार्ड जैसी संस्था ने जांच प्रतिवेदन दिया है तो उस पर भी मंत्री को विश्वास नहीं. यही वजह है कि फिर से इस मामले में परीक्षण कराया जा रहा है. सवाल ये भी है कि परीक्षण के बहाने कहीं घोटाले में लीपापोती कर अधिकारियों को बचाने की तो कार्यवाही नहीं हो रही है ?