रायपुर। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस खोई हुई जमीन पाने की कवायद में भिड़ी है तो भाजपा अपना गढ़ बचाने. जिसके मद्देनजर आने वाले चुनाव तक प्रदेश दिल्ली मय नजर आने वाला है. एक तरफ राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत भाजपा के सभी आला नेता प्रदेश की सभी विधानसभा में पहुंचेंगे तो दूसरी तरफ कांग्रेस अभी भी सीटें तय करने की कशमश में ही उलझी हुई है. फिलहाल आज दिनभर में हुई राज्य की प्रमुख राजनीतिक हलचल आपके सामने है.

गढ़ बचाने छत्तीसगढ़ में रहेगी दिल्ली

छत्तीसगढ़ भाजपा ने चौथी बार सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी तरह से तैयारी में कोई कमी रखना नहीं चाहती है. लिहाजा प्रचार अभियान के साथ-साथ ऐसे तमाम कार्यक्रमों को तय किया जा रहा जिसे की जनता को सीधे तौर पर रिझाया जा सके और अपने पार्टी के कार्यकर्ताओं को चुनाव तक सक्रिय रखा जा सकते है. आम लोगों को भारत के सबसे बड़े त्यौहार के मौके पर साधने भाजपा ने दीपावली रणनीति भी तैयार की है. एक नवम्बर को दूसरे चरण के बीजेपी के सभी 72 प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल करेंगे. चुनावी रैली भी होगी. 1 से 4 नवम्बर तक पहले चरण की सभी 18 विधानसभाओं में मोटरसाइकिल रैली करेंगे. बीजेपी 4 नवम्बर को पूरे प्रदेश में कमल दीवाली मनाएगी. अपने अपने घरों में कार्यकर्ता दीपक जलाएंगे. 9 नवम्बर को दूसरे चरण के सभी 72 विधानसभाओं में कार्यकर्ता सम्मेलन करेंगे. 11 नवम्बर को दूसरे चरण की सभी 72 विधानसभाओं में एक साथ चुनावी सभा आयोजित किया जाएगा. एक साथ 72 विधानसभाओं में कॉरपोरेट बॉम्बिंग करेंगे. इसमें केंद्र और राज्य के कई बड़े नेता शिरकत करेंगे. अगले वर्ष लोकसभा चुनाव होने हैं इस लिहाज से इस वर्ष हो रहे विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए बेहद अहम है. जिसके तहत पार्टी किसी भी तरह का कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती. खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पहले और दूसरे चरण में राज्य के सभी जिलों में कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे. वहीं राजनाथ सिंह पहले चरण में तीन दिन और दूसरे चरण में 4 दिन प्रदेश में चुनावी रैली करेंगे. इसके साथ ही पार्टी द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस की श्रृंखला आयोजित की जाएगी.

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने जारी की उम्मीदवारों की सूची

गोडवाना गणतंत्र पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है. पार्टी द्वारा 32 प्रत्याशी की घोषणा कर दी गई है. आपको बता दें कि गोंगपा प्रदेश में 60 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. प्रदेश में गोंगपा और सपा के बीच गठबंधन हुआ है.

उड़ते रहेगा हेलीकॉप्टर

बस्तर के जरिए एक बार फिर सत्ता की दहलीज पर बीजेपी को पहुंचाने की जिम्मेदारी संभाली है मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने. रमन का आक्रामक प्रचार अभियान 27 अक्टूबर से शुरू हो रहा है. पहले चरण के मुकाबले में 18 सीटों पर होने वाले मतदान के लिए रमन प्रचार अभियान पर निकल रहे हैं. उनकी यह शुरूआत सुकमा जिले के कोंटा विधानसभा सीट से होगी. प्रचार अभियान के पहले दिन मुख्यमंत्री चार सभाओं को संबोधित करेंगे. कोंटा के अलावा नारायणपुर, दंतेवाड़ा और जगदपुर विधानसभाओं में मुख्यमंत्री की चुनावी रैली होगी. बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत कई केंद्रीय नेताओं के दौरे होंगे.

नाराज पूर्व विधायक ने पार्टी को कहा टाटा

रायगढ़ के पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने आखिरकार भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. भाजपा जिला अध्यक्ष जवाहर नायक के माध्यम से प्रदेश अध्यक्ष को इस्तीफा देने के बाद विजय अग्रवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की बात कही है. रायगढ़ विधानसभा से वर्ष 2003 से 2008 तक विधायक रहे विजय अग्रवाल को इस बार विधानसभा चुनाव में टिकट न देते हुए भाजपा ने वर्तमान विधायक रोशन अग्रवाल को रिपीट किया है. भाजपा आलाकमान के फैसले से नाराज विजय अग्रवाल ने बुधवार को आखिरकार अपना इस्तीफा दे दिया.

कांग्रेस के गुलाबी विधायकों को मिली जोगी ट्रेन की टिकट

जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ सुप्रीमो अजीत जोगी ने आखिकार उन दो विधायकों के नाम बतौर प्रत्याशी घोषित कर ही दिए जो कांग्रेस बगावत कर जोगी की नई पार्टी के साथ है. बात हो रही है गुण्डरदेही से विधायक आरके राय और बिल्हा से विधायक सियाराम कौशिक की. हालांकि यह पूर्व से ही तय जब से वे अजीत जोगी के साथ हैं. लेकिन अधिकृत तौर घोषणा का इंतजार ये खुद भी कर रहे थेसियाराम कौशिक 2013 में कांग्रेस पार्टी से विधायक चुने गए थे. उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरम लाल कौशिक को हराया था. बिल्हा क्षेत्र में सियाराम कौशिक बड़े ताकतवर नेता माने जाते हैं.

मान गए नेताजी

भाजपा की टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने दंतेवाड़ा विधानसभा से नामांकन दाखिल कर चुके चैतराम अटामी ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद अपना नामांकन वापस ले लिया है. दंतेवाड़ा सीट पर मजबूत दावेदार माने जा रहे चैतराम के निर्दलीय चुनाव लड़ने के निर्णय की जानकारी मिलने पर पर मुख्यमंत्री ने उन्हें रायपुर बुलाया, जहां प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और स्वयं मुख्यमंत्री ने उन्हें पार्टी के लिए काम करने के लिए प्रेरित किया. जिसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर दाखिल नामांकन को वापस  ले लिया. इसके पहले अटामी ने भाजपा प्रदेश प्रभारी अनिल जैन से मिलकर अपनी आपत्ति बताई, जिसके निराकरण के आश्वासन के बाद उन्होंने भाजपा के लिए काम करने पर सहमति जताई.