रायपुर। नया रायपुर से न्याय पदयात्रा करते सैकड़ों किसान छत्तीसढ़ हाईकोर्ट की शरण में पहुँचे थे. इस आश के साथ की मुख्य न्यायधीश उनकी समस्या को सुनकर निराकरण करेंगे. लेकिन मुख्य न्यायधीश के किसानों की मुलाकात नहीं हो पाई. हालांकि हाईकोर्ट रजिस्ट्रार जनरल गौतम चौरड़िया ने जरूरी किसानों की समस्या सुनी और उन्हें महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए. इसके साथ यह भरोसा भी दियाला कि चीफ जस्टिस वे जून में मुलाकात कराने की पूरी कोशिश करेंगे.
नया रायपुर प्रभावित किसानों के साथ न्याय पदयात्रा करते हाईकोर्ट पहुँचने वाले किसान नेता और राज्य वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र पाण्डेय ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि मुख्य न्यायधीश से मुलाकात तो नहीं हो पाई, लेकिन हमारी समस्या को रजिस्ट्रार जनरल बहुत गंभीरता के साथ सुनी है. उन्होंने हमें तकरीब 1 घंटे का वक्त दिया. इस दौरान न्याय रायपुर प्रभावित किसान परिवारों की मांग और याचिकाओं पर विस्तार से बातचीत हुई. उन्होंने यह सुझाव दिया है कि हाईकोर्ट में लगी सभी 97 याचिकओं के वकीलों को एक साथ लेकर मुख्य न्यायधीश मामले में संयुक्त सुनवाई की मांग करेंगे. इसमें यह भी प्रयास किया जाएगा कि किसान नेता भी शामिल रहे. साथ ही जून में जब मुख्य न्यायधीश छुट्टी से लौट आएंगे तो मुलाकात की भी कोशिश भी की जाएगी.
आपको बता दि कि नया रायपुर प्रभावित सैकड़ों किसान परिवार सरकार आदर्श पुनर्वास नीति-2006 को लागू करने की मांग कर रहे हैं. इसी मांग को लेकर 97 याचिकाएं प्रभावित किसान परिवारों की ओर से हाईकोर्ट में लगाई गई है. और इसी मांग को लेकर 1 मई को नया रायपुर से करीब 140 किलोमीटर की यात्रा करते हुए प्रभावित किसान परिवार छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट बिलासपुर पहुँचे थे.