हेमंत शर्मा,रायपुर।बे-मौसम हुई बारिश की वजह से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं यही वहज है कि किसान अब आंदोलन की राह पर है. गरियाबंद जिले के सैकड़ों किसानों की पकी हुई फसल बारिश की भेंट चढ़ गयी है. जिले के किसान मुआवजे को लेकर सड़कों पर उतरने को मजबूर है. इसी का नतीजा है कि आज से पांच सूत्रीय मांगों को लेकर किसान बड़ा आंदोलन कर रहे हैं. अपनी मांगों को लेकर किसान गरियाबंद जिले के राजिम से रायपुर के लिए पैदल कूच करेंगे.
वहीं कल मंगलवार को सैकड़ों किसान राजभवन तक पैदल पहुंचेंगे. किसान फसल बर्बाद होने से लागातर अपनी मांगों को अधिकारी तक पहुंचाते रहे है. लेकिन जब इसका कोई असर नहीं हुआ तो अब किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं.किसान बे-मौसम बारिश से हुई फसल क्षति का तत्काल आंकलन कर क्षतिपूर्ति दिए जाने सहित स्वामीनाथन आयोग के सिफारिशों को लागू किये जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं.
किसान कर रहे हैं ये मांगे….
- कृषि उपज खरीदी का बकाया भुगतान मंडी निधि से किया जाए.
- कृषि उपजों की मंडियों में समर्थनमूळ्य से बोली शुरू किया जाए तथा मंडी अधिनियम का पालन करते हुए तौल के 24 घंटे में मंडी परिसर में भुगतान किया जाए.
- बे-मौसम बारिश से हुए फसल क्षति का तत्काल आकलन कर क्षतिपूर्ति दिया जाए
- क्षेत्रीय समग्र आर्थिक भागीदारी तथा मुक्त व्यापार संधी रद्द किया जाए.
- स्वामीनाथन आयोग की रिफारिश को लागू किया जाए