श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अलगाववादी नेताओं को दी जा रही सुरक्षा वापस ले ली है. जिन पांच नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई है उसमें मीरवाइज उमर फारुक, शब्बीर शाह, हाशिम कुरैशी, बिलाल लोन और अब्दुल गनी बट्ट शामिल हैं. अधिकारियों का कहना है कि इन नेताओं के साथ ही अलगाववादियों को अब किसी भी चीज की आड़ में सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जाएगी. आपको बता दें कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यह कदम उठाया है. पुलवामा में हुए अटैक में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.

गौरतलब है कि अलगाववादियों की सुरक्षा पर सरकार सालाना 10 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करती है. अकेले मीरवाइज की सुरक्षा पर 5 करोड़ रुपये खर्च किये जाते हैं. जिन अलगाववादियों को सुरक्षा मिली है उनमें सज्जाद लोन, बिलाल लोन और उनकी बहन शबनम, आगा हसन, अब्दुल गनी बट्ट और मौलाना अब्बास अंसारी प्रमुख हैं. बट्ट पर सरकार ढाई करोड़ रुपये और अंसारी पर 3 करोड़ रुपये खर्च किये जाते हैं.