रायपुर। राजधानी रायपुर में एक बार फिर खाकी का आतंक सामने आया है. उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर दो कांस्टेबलों ने खाकी का रौब जमाते हुए एक पेट्रोल पंप के मैनेजर की जमकर धुनाई कर दी और उसे ही गुनाहगार साबित करने थाना में बंद कर दिया. वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद दोषी कांस्टेबलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया.
मामला राखी थाना क्षेत्र के बेन्द्री ग्राम का है. यहां एक निजी स्कूल के बाजू में शोभराज फ्यूल पेट्रोल पंप स्थित है. पेट्रोल पंप में कार्यरत मैनेजर शिवेश कुमार शुक्ला के अनुसार सोमवार को सिविल ड्रेस में कांस्टेबल आशीष शर्मा और सरस्वती साहू एक दुपहिया वाहन से हार्न बजाते हुए पंप पहुंचे. पंप मैनेजर शिवेश कुमार शुक्ला ने उन्हें हार्न बजाने के लिए मना किया और उन्हें पेट्रोल डलवाने के लिए गाड़ी पंप के नोजल पाइंट के सामने खड़े करने के लिए कहा. दोनों पुलिस कर्मियों को मैनेजर की बात नागवार गुजरी और उनका पंप के मैनेजर से विवाद होने लगा. पुलिस कर्मियों ने अपना आईकार्ड निकालकर मैनेजर को धमकाने लगे और बाद में अंजाम भुगतने की धमकी देकर चले गए. मैनेजर के मुताबिक कुछ देर बाद राखी थाना की पीसीआर पेट्रोल पंप पहुंची और दोनों कांस्टेबलों को लेकर उनसे पूछताछ शुरु कर दिया.
पीसीआर में पहुंचे पुलिस कर्मी मैनेजर से पूछताछ कर ही रहे थे कि आरोपी कांस्टेबल आशीष शर्मा और महिला कांस्टेबल सरस्वती साहू भी वहां आ पहुंचे और मैनेजर के ऊपर हमला कर दिये. पीसीआर के पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में दोनोें आरोपी कांस्टेबलों ने मैनेजर की जमकर पिटाई कर दी. लात घूंसे से आरोपी कांस्टेबल पीटते रहा और महिला पुलिस कर्मी भी उसकी पिटाई करती रही लेकिन पीसीआर कर्मियों ने कोई बीच बचाव नहीं किया. मारपीट में लहुलुहान हो चुके मैनेजर को उल्टा पीसीआर में बैठाकर थाना लेकर चल दिये. यह सारी घटना पेट्रोल पंप में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई.
थाना पहुंचने के बाद मैनेजर के खिलाफ वाद-विवाद और मारपीट के साथ ही शराब के नशे में होने के झूठे मामले दर्ज करने की तैयारी की जा रही थी. लेकिन उससे पहले लहुलुहान मैनेजर को मुलाहिजा के लिए अस्पताल भेज दिया. जहां डॉक्टरी मुलाहिजा में मैनेजर किसी भी नशे में नहीं पाया गया. डॉक्टरों ने उसका प्राथमिक उपचार किया. उधर पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने मालिक को सारी घटना की जानकारी दी. जिसके बाद पंप पहुंचे मालिक ने सभी कर्मियों से घटना की जानकारी ली और वरिष्ठ अधिकारियों ग्रामीण एएसपी सुखनंदन राठौर और सत्येन्द्र पाण्डेय को इसकी जानकारी दी. अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद दोनों आरोपी पुलिस कांस्टेबल आशीष शर्मा और सरस्वती साहू के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिये. अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ राखी थाना में एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
देखिये वीडियो
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=7lcJdU3p-WI[/embedyt]