रायपुर। राजधानी की सिविल लाइन पुलिस के ऊपर गंभीर आरोप लगा है. आरोप है पुलिस की मौजूदगी में पार्षद के लोगों द्वारा एक बुजुर्ग से मारपीट करने का. आरोप बुजुर्ग के परिजनों ने लगाया है.  बुजुर्ग का शव सिविल लाइन थाना क्षेत्र में पार्षद के प्लाट के पास मिला था.  परिजनों ने इस मामले में ताज नगर चौकी का घेराव कर पार्षद के साथ ही पुलिस कर्मियों के ऊपर भी कार्रवाई की मांग की है.

मामला सोमवार का है बताया जा रहा है कि ताज चौकी अंतर्गत पंजाबी कॉलोनी पंडरी माता गैरेज के पास रहने वाले दर्शन सिंह के बेहोश होने की सूचना पुलिस को मिली मौके पर पहुंची पीसीआर बुजुर्ग को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंची. जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बुजुर्ग का शव जब आज सुबह उसके परिजन लेकर गए तो अंतिम संस्कार से पहले नहलाने के दौरान उन्होंने बुजुर्ग के शरीर पर चोंट के निशान देखे. परिजनों का कहना है कि पार्षद इन्द्रजीत और मृतक के बीच एक प्लाट को लेकर लंबे समय से कोर्ट में विवाद चल रहा था. कोर्ट ने पार्षद के पक्ष में फैसला सुनाया साथ ही प्लाट का कुछ हिस्सा मृतक को देने का आदेश दिया था लेकिन पार्षद ने पूरे प्लाट पर कब्जा कर लिया और उसे तार से घिरवाकर वहां एक चौकीदार तैनात करवा दिया.

उनका कहना है कि मृतक शराब पीने का आदी था सोमवार को भी वह शराब पीने के बाद उसी प्लाट के पास पहुंच गया. वहां मौजूद चौकीदार ने इसकी सूचना पार्षद को दी. पार्षद ने 8-10 लोगों को वहां भेजा और उसकी सूचना सिविल लाइन पुलिस को भी दी. मौके पर सिविल लाइन पुलिस के सामने ही पार्षद के लोगों ने बुजुर्ग के साथ मारपीट की और जब वह बेहोश हो गया तो उसे वहीं छोड़कर भाग गए. इस मामले में परिजन ताज नगर चौकी का घेराव कर पार्षद के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है.

इधर इस मामले में जब पार्षद इंद्रजीत से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.

उधर इस मामले में एएसपी रायपुर विजय अग्रवाल ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि मामले में मर्ग कायम कर पंचनामा कार्रवाई की गई है, पीएम रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी. जो आरोप लग रहे हैं पुलिस उसकी जांच करेगी.