रायपुर। जब सत्ता में बैठे लोग ही बलात्कार करने लगें, जब राजनीतिक दल ही बलात्कारियों के समर्थन में उतर जाएं, जब देवी के मंदिर में ही उसके रूप और मासूम बच्ची के साथ बलात्कार होने लगे तब जरूरी हो जाता है अपनी आबरू और परिवार की आबरू बचाने के लिए सड़क पर उतरना.
हम बात कर रहे हैं जम्मू-कश्मीर के कठुआ में एक 8 वर्षीय मासूम बच्ची के साथ सप्ताह भर तक हुए सामूहिक बलात्कार की. हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राम राज्य में उन्नाव जिले में एक युवती के साथ हुए बलात्कार और उसके पिता की हत्या की.
जाहिर है हर किसी के जिस्म में बहता लहू उबाल मारने लगेगा. निर्भया कांड का ज़ख्म इन घटनाओं ने फिर से ताजा कर दिया है. एक बार फिर दिल्ली के साथ ही देश भर में लोग ऐसी घटनाओं के विरोध में सड़क पर उतरने लगे हैं.
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी शुक्रवार की शाम को हर धर्म के लोगों ने कैंडल मार्च निकाला. क्या हिन्दु, क्या मुसलमान, क्या सिख, क्या ईसाई घटना से आक्रोशित लोगों के हाथों में जस्टिस फार आशिफा तो महिलाओं पर अत्याचार बंद हो जैसे स्लोगन लिखी तख्तियां और मोमबत्तियां थी. इस जुलूम में हर धर्म हर जाति और हर उम्र के लोग शामिल थे.
5-6 साल की उम्र की बच्चियों के साथ ही स्कूल और कालेज में पढ़ने वाली छात्राएँ भी महिलाओं और बच्चियों के साथ हो रहे इस जघन्य और शर्मनाक अपराध के खिलाफ सड़क पर नारे लगा रही थीं. सभी नारेबाजी करते हुए जयस्तंभ चौक पहुंचे जहां सभी ने कैंडल जलाकर बलात्कार की शिकार मासूम बच्ची आशिफा और उन्नाव की पीड़िता को इंसाफ देने की मांग कर रही थी.
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ में एक 8 वर्षीय मासूम आशिफा के साथ वहां स्थित एक मंदिर में सप्ताह भर तक गैंग रेप होता रहा. गैंगरेप करने वालों में एक पुलिस कर्मी भी शामिल था. बताया जाता है कि आरोपियों ने नशे की गोली और यौन वर्धक गोली खिलाकर मासूम के साथ बलात्कार करते रहे और बाद में पत्थर से सिर कुचलकर उसकी हत्या कर दी. वहीं उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में सत्तारुढ़ दल भाजपा के विधायक के ऊपर एक युवती के साथ बलात्कार करने और जेल में उसके पिता की हत्या करवाने का आरोप लगा है. आरोप है कि इन दोनों घटनाओं में सत्तारुढ़ दल आरोपियों को बचाने की कवायद में भिड़ा हुआ है. इन दोनों घटनाओं से देश भर में गुस्से की लहर है. गुरुवार को देश की राजधानी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत हजारों की संख्या में लोग सड़क पर उतरे थे.